जोधपुर.माता पिता और अपने बेटों की हत्या कर खुद आत्महत्या करने वाला शंकर पिछले कुछ समय से अपने मोबाइल में क्राइम पेट्रोल व सीआईडी के हर दिन तीन से चार एपिसोड देखता था. यह क्रम सितंबर से चल रहा था. उसके अलावा गूगल पर जो वो सर्च करता था, वह भी काफी चौंकाने वाला है. नेट पर वह अक्सर नींद की असरदार दवाई और असरदार जहर के बारे में सर्च किया करता था. लोहावट थाना पुलिस ने शंकर बिश्नोई का मोबाइल खंगाला तो कई राज खुलकर सामने आ गए.
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह लंबे समय से ऐसे घटनाक्रम को अंजाम देने की (Man dies by suicide after killing 4 family Members) तैयारी कर रहा था. लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि जब पूरा परिवार घर में मौजूद था तो उसने अपनी पत्नी और भाई के परिवार को जिंदा क्यों छोडा? इसका जवाब अभी किसी के पास नहीं है. शंकर के पिता सोनाराम के भाई पांचाराम ने थाने में मामला दर्ज करवाया है. जिसमें बताया गया है कि शंकर की मानसिक स्थिति सामान्य थी. लेकिन यह कृत्य होने में कोई आपराधिक षडयंत्र की पूरी आशंका है. पुलिस ने फिलहाल मृतक शंकर बिश्नोई को ही हत्या का मुल्जिम मानते हुए मामला दर्ज किया है. थानाधिकारी बद्रीप्रसाद मीणा के अनुसार मौके पर किटनाशक जहर की बोतल भी मिली थी. उन्होंने बताया कि एक टीम भी बनाई गई है, तथ्य जुटाए जा रहे हैं.
ये था मामला : शुक्रवार सुबह लोहावट थाना क्षेत्र के पिलवा गांव में शंकरलाल बिश्नोई अपने पिता सोनाराम (60) पर खेत में सोते समय कुल्हाड़ी से वार किया था. जबकि मां चम्पादेवी (55) और पुत्र लक्ष्मण (12) की कुल्हाड़ी से वार कर हत्या करने के बाद शव को पानी के टांके में डाल दिया. इसके बाद उसने अपने छोटे बेटे दिनेश (9) जो की मां के पास सो रहा था उसे उठाकर पानी के टांके में डाल दिया था. चारों की हत्या के बाद शंकर ने पड़ोस के खेत में बनी डिग्गी में छलांग लगा दी. पास ही रहने वाले शंकर के चाचा सुबह वहां आए तो डिग्गी में किसी के हाथ-पांव मारने की आवाजें सुनाई दी. वह पास पहुंचे तो शंकर नजर आया. लेकिन जब तक उसे बाहर निकाला, तब तक उसने दम तोड़ दिया था.