जोधपुर. वैभव गहलोत ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद का कार्यभार बुधवार को ग्रहण कर लिया. हालांकि उनकी यह शुरूआत एक विवाद के साथ हुई. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी रवि बिश्नोई को रणजी ट्राफी के एक मैच में प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिलने का आरोप वैभव गहलोत पर लगाया जा रहा है. सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता वैभव को सपोर्ट करने में लगे हैं.
अपने पहले कार्यकाल में वैभव गहलोत ने जोधपुर में क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए अर्से से लंबित बरकतुल्लाह खान स्टेडियम को तैयार करवाया. आरसीए से एमओयू करवाया. लिजेंड क्रिकेट लीग के डे-नाइट मैच करवाए. अब 32 साल बाद रणजी ट्राफी के मैच लेकर आए. मंगलवार को रणजी मैच शुरू होने के बाद वैभव गहलोत की सोशल मीडिया पर खिंचाई शुरू हो गई. भाजपाइयों के अलावा कुछ कांग्रेस समर्थक रवि बिश्नोई को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं करने से नाराज हैं. वैभव गहलोत ने इसे स्लेक्टर्स से जुड़ा मुद्दा बताया. लेकिन सोशल मीडिया पर उनको ट्रोलिंग हो रही है. लेकिन अब कांग्रेस के लोग उनके समर्थन में उतर आए हैं.
पढ़ें:Ravi Bishnoi Controversy पर वैभव गहलोत का बयान: कहा-टीम में सलेक्शन चयनकर्ताओं का मामला
इसलिए है नाराजगी: मंगलवार को सबसे पहले जेएनवीयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अपने शहर में ही खेलने से वंचित. रवि बिश्नोई को टीम में लेकर भी मैच नहीं खिलाए जा रहे हैं. राजस्थान अब तक छह मैच खेल चुका है, लेकिन रवि को सिर्फ एक मैच जो पुड्डुचेरी के खिलाफ था उसमें 8 ओवर करने को मिले थे. उसके अलावा किसी भी मैच में अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया. इतना ही नहीं गोवा के खिलाफ दो स्पीनर लिए गए, लेकिन रवि को मौका नहीं दिया गया. तब भी यह मामला गर्माया था.