जोधपुर. शहर को नया सुविधायुक्त बस स्टैंड देने के लिए सरकार ने आखिरकार पावटा फल-सब्जी मंडी को खाली करवाने में सफलता हासिल कर ली है. पावटा मंडी में अब माल की आवक पूरी तरह से बंद हो गई है. व्यापारी भी अब यहां से अपना सामान शिफ्ट करने में लगे हैं. इसके चलते मंडी में कम ही भीड़भाड़ नजर आ रही है.
पावटा मंडी में काम बंद होने से फुटकर व्यापारियों ने धरना किया शुरू मंडी के सभी होलसेल व्यापारियों को भदवासिया मंडी में शिफ्ट किया जा रहा है, लेकिन परेशानी यहां काम करने वाले फुटकर व्यापारी व हाथ ठेला चलाने वालों की है. जो इसी मंडी में अपना काम कर अपने परिवार पाल रहे थे. लेकिन इनके लिए सरकार ने भदवासिया मंडी में किसी तरह की जगह का प्रावधान नहीं किया है.
जबकि फुटकर व्यापारी संघ कई बार इसे लेकर प्रशासन से मिल चुका है. गुरुवार को किसी तरफ से कोई आश्वासन नहीं मिलने पर यह व्यापारी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए है. व्यापारियों की मांग है कि 5000 लोग इस मंडी से जुड़े हुए हैं. जिनके लिए सरकार ने कोई प्रावधान नहीं किया है. ऐसे में इन परिवारों के सामने अपनी रोजी-रोटी को लेकर संकट मंडरा रहा है.
जबकि इसे लेकर हर स्तर पर सूचनाएं दी गई है. फुटकर व्यापारी संघ के सगीर खान ने बताया कि हमारी सरकार से गुहार है कि हमारे लिए भी नई मंडी में जगह का प्रावधान किया जाए या फिर मंडी की शूटिंग रोक दी जाए. उनका कहना रहा कि अगर सरकार ने उनके हित में कोई निर्णय नहीं लिया तो उनका आंदोलन उग्र रूप लेगा.