जोधपुर/बाड़मेर.कांग्रेस की मंगलवार को जारी की गई विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की दो सूचियों में मारवाड़ की कई विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम सामने आए हैं. इसके साथ ही कई जगह पर विरोध और बगावत की सुगबुगाहट की भी शुरू हो गई है. इनमें सबसे चौंकाने वाली बात सिवाना से सामने आई है. यहां पर लंबे समय से पार्टी के लिए काम कर रहे अशोक गहलोत के खास माने जाने वाले जोधपुर के सुनील परिहार ने बगावती तेवर दिखाए हैं. परिहार सिवाना से दावेदारी कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने मानवेंद्र सिंह को यहां से प्रत्याशी बना दिया.
सूची आने के बाद मंगलवार रात को ही परिहार ने बगावत के संकेत देते हुए बुधवार को सिवाना में बड़ी बैठक कर फैसला करने की बात कही है. अशोक गहलोत ने अपने मुख्यमंत्री के कार्यकाल में हर बार सुनील परिहार को राजनीतिक नियुक्ति से नवाजा है. पहले वह रिको के अध्यक्ष रह चुके हैं. इस बार उनको रिको में स्वतंत्र निदेशक बनाया गया है.
ना आवेदन और ना तैयारी फिर क्यों यह क्यो?: कांग्रेस नेता सुनील परिहार ने कहा कि पार्टी ने मानवेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया है, लेकिन उनकी इच्छा और तैयारी जैसलमेर से थी. अगर किसी कारण से उन्हें वहां टिकट नहीं मिला, तो सिवाना की बजाय किसी अन्य जगह पर टिकट दिया जाए. क्योंकि मानवेंद्र सिंह का कार्य क्षेत्र और कर्म क्षेत्र यहां नहीं रहा है. परिहार ने कहा कि मानवेंद्र सिंह ने खुद कहा है कि वह जैसलमेर से चुनाव लड़ना चाहते हैं और उन्होंने वहां से ही आवेदन किया था.
परिहार का दो टूक पार्टी आलाकमान को संदेश: परिहार ने पार्टी आलाकमान को 48 घंटे का समय देते हुए यह अपील की है इस टिकट पर पुर्नविचार करें. परिहार ने दो टूक शब्दों में कहा कि 48 घंटे तक पार्टी के हाईकमान मेरे हाईकमान रहेंगे और उसके बाद यह बूथ स्तर के कार्यकर्ता ही मेरे हाईकमान होंगे. इसके बाद कार्यकर्ता जो निर्देश देंगे, वही होगा. अगर कार्यकर्ताओं ने कहा कि चुनाव लड़ना है, तो चुनाव लड़ेंगे.