जोधपुर. सब्जियों का स्वाद बढ़ाने वाला प्याज अब लोगों का जायका बिगाड़ रहा है. कारण साफ है कि प्याज के दामों में लगातार वृद्धि हो रही है. जोधपुर की होलसेल पावटा मंडी में ही प्याज 50 रुपए किलो बिकने लगा है. जबकि शहर के गली मोहल्ले में पहुंचते-पहुंचते प्याज 60 से 80 रुपए प्रति किलो तक बिकता है.
प्याज के भावों में महंगाई का तड़का व्यापारियों की माने तो 1 तारीख या दिवाली से पहले प्याज 100 रुपए किलो तक बिकने लगेगा. इसका कारण है अभी प्याज की आवक नासिक से हो रही है. मारवाड़ का प्याज मार्च में ही आएगा तब तक लोगों को महंगा प्याज ही खरीदना पड़ेगा. यहीं कारण है कि मंडी में प्याज खरीदने वाले लोग बहुत सोच समझकर इसे खरीद रहे हैं.
जोधपुर में प्रतिदिन 8 से 10 टन प्याज की खपत होती है. जिनमें ज्यादातर बड़ी होटलों में प्याज जाता है. घरो में जाने वाले प्याज में भी महंगाई बढ़ने के साथ ही बिक्री में भी कमी हुई है. मंडी के व्यापारी अब्दुल हक ने बताया कि भावों में तेजी और आएगी. जब तक शॉर्टेज रहेगी प्याज महंगा होता रहेगा.
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वहीं सब्जी लेने वाले खरीदारों का कहना है कि प्याज खरीदना लगातार उनके बूते से बाहर हो रहा है. लोग इसको लेकर मोदी सरकार को भी उलाहना देते हैं. लोगों का कहना है कि प्याज बाहर जा रहा है, जिसके चलते ही प्याज महंगा हुआ है. गरीब आदमी के लिए प्याज खाना अब बस में नहीं रहा है.