जोधपुर.अनजान वीडियो कॉल उठाना कितना भारी पड़ सकता है, इसका ताजा मामला महामंदिर थाना क्षेत्र में सामने आया हैं. जिसमें एक रिटायर्ड कर्मचारी ने बाथरूम में वीडियो कॉल अटेंड किया और उससे एक लाख रुपए की ठगी हो गई. उसका वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया गया. इतना ही नहीं वसूली के लिए बदमाशों ने खुद को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच, साइबर ब्रांच के आईपीएस अधिकारी बनकर कॉल किए. अब न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
थानाधिकारी मांगीलाल विश्नोई के अनुसार थाना क्षेत्र के रहने वाले 62 वर्षीय रिटायर्ड कर्मी ने दिल्ली निवासी रिया शर्मा, मनोज तिवारी, अश्मि कुमार व संतोष मीणा के खिलाफ कोर्ट इस्तगासे के जरिए मामला दर्ज करवाया है. पीड़ित ने आरोप लगाया है कि 12 नवंबर की रात को उसके पास एक अनजान नंबर से रिया शर्मा नाम की युवती का कॉल आया. जरूरी काम बताकर कॉल को वीडियो कॉलिंग में कनर्वट कर लिया. उस समय परिवादी बाथरूम में था. उसने वीडियो कॉल उठा लिया. अगले दिन दोपहर में उसी नंबर से युवती ने परिवादी का बाथरूम का वीडियो भेजा.
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साथ में एक खाता नंबर भेजकर कहा कि अगर इसमें 50 हजार रुपए जमा नहीं करवाए, तो वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दूंगी. कुछ देर में एक मनोज तिवारी नामक व्यक्ति ने फोन किया और खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का साइबर थानाधिकारी बताया. उसने भी वीडियो कॉलिंग की जिसमें वह पुलिस की वर्दी में था. उसने कहा कि तुम्हारा नग्न वीडियो आ गया है. उसने अश्मि कुमार का नंबर दिया कहा कि यह यूट्यूब चलाता है. इसे रुपए देकर वीडियो हटवाओ नहीं, तो तुम्हें गिरफ्तार कर दिल्ली लाना पड़ेगा. डर के मारे परिवादी ने 41 हजार रुपए बताए गए खातों में डाल दिए. लेकिन 17 नवंबर को उसे फिर कॉल कर फेसबुक से वीडियो हटाने के लिए 60 हजार रुपए मांगे. वह भी पीड़ित ने दे दिए.