जोधपुर. बीते 6 नवंबर को कारोबारी अशोक चोपड़ा के घर पर हाथ साफ करने वाले 3 आरोपियों की नेपाल से गिरफ्तारी हुई है. इन शातिर चोरों की गैंग ने पहले परिवार के सभी सदस्यों को नशीली दवा खाने में मिलाकर बेहोश किया उसके बाद भारी सामान लेकर फरार हो गए थे (Nepalese Helps arrested). जोधपुर पुलिस की निशानदेही और सूचना के आधार पर नेपाल पुलिस ने वहां के कैलाली जिले की अपराध शाखा धनगढ़ी की टीम ने कार्रवाई करते हुई इस घटना के शेष आरोपियों में शामिल नौकरानी मंजू की बहन सहित तीन जनों को पकड़ा है.
और ऐसे हुए फ्रेम:मंजू और एक अन्य भगाने में कामयाब हो गए (Helps Robbed Jodhpur Exporter). पुलिस को अब भी 3 आरोपियों की तलाश है. पुलिस को जानकारी मिली थी की मास्टरमाइन्ड लक्की उर्फ भगता उर्फ सागर, मंजू उर्फ पूजा, सिद्धा उर्फ शिंदे उर्फ शेर बहादुर हिमाचल के पिथौरागढ़ के रास्ते नेपाल में घुसे हैं. जिसके बाद उत्तराखंड के चंपावत के नेपाल बॉर्डर पर एक टीम लगाई गई थी. जिसने कैलाली में होने का पता लगाकर नेपाल पुलिस को बताया. डीसीपी ईस्ट डा अमृता दुहन ने बताया कि आरोपियों की नेपाली पुलिस से दस्तयाबी के प्रयास शुरू कर दिए हैं. जल्द उन्हें जोधपुर लाया जाएगा. खास बात यह है की तीनों आरोपी नेपाल में अपने गांव तक पहुंच गए थे.
नेपाल बॉर्डर पर दो थानाधिकारी रहे तैनात:जहर खुरानी की घटना में कुल सात लोग शामिल थे (Helps Drugged and Robbed Jodhpur Exporter). जिनमें से 3 को दिल्ली से पुलिस गिरफ्तार कर लाई थी. इस दौरान रातानाडा थाना अधिकारी सत्य प्रकाश के नेतृत्व में एक टीम उत्तर प्रदेश के पलिया के पास स्थित नेपाल सीमा पर तैनात की गई. जबकि एक टीम उदय मंदिर थाना अधिकारी लेखराज सियाग के नेतृत्व में उत्तराखंड के चंपावत जिले के पास बनावास नेपाल बॉर्डर पर तैनात की गई थी.