बिलाड़ा (जोधपुर). क्षेत्र के खेजड़ला निवासी लक्ष्मण राम 3 फरवरी को कश्मीर के सुन्दरबनी सेक्टर में पाकिस्तानी सीज फायर में शहीद हो गए थे. जहां शुक्रवार को शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा. जिसके बाद गांव के लोगों ने नम आंखों से शहीद को अंतिम विदाई दी. तिरंगे में लिपट कर पहुंचे अपने लाडले को अंतिम विदाई देने हजारों लोग खेजड़ला में उमड़ पड़े.
शहीद के घर से 5 KM दूर अंतिम संस्कार तक हर जगह लोगों की भीड़ नजर आ रही थी. शहीद के पार्थिव देह गुरुवार शाम को सेना के विमान से जोधपुर पहुंचने के बाद शुक्रवार सुबह 7:15 बजे पैतृक गांव खेजड़ला के लिए सेना के विशेष वाहन से रवाना हुआ. जिसके बाद हर जगह स्कूली बालक-बालिकाएं जोधपुर से खेजड़ला पहुंचने तक पुष्प वर्षा कर देश के लिए शहीद हुए लक्ष्मण चौधरी के पार्थिव शरीर को नमन करते रहे. जिससे शहीद के पार्थिव शरीर को पैतृक गांव पंहुचने में 5 घंटे लग गए.
शहीद के पार्थिव शरीर गांव में प्रवेश करते ही देश भक्ति नारों से आसमान गुजाइमान हो उठा. प्रशासन, पुलिस और सेना के जवानों ने बड़ी मुश्किल से शहीद की पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए परिवार के बीच लेकर पहुंचे.
जहां शहीद की मां और बहन के पार्थिव देह के पास पहुंचते ही माहौल पूरी तरह से गमगीन हो गया. अपने बेटे को अंतिम बार दुलारती मां को देख वहां मौजूद लोग अपने आंसू नहीं रोक पाए. घर पर कुछ रीति रिवाज के पश्चात शहीद लक्ष्मण अपनी अंतिम यात्रा रवाना हुई. प्रत्येक स्थान पर जोश से लबरेज लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए शहीद की पार्थिव देह पर पुष्पवर्षा की.