जोधपुर .इस शिविर में महिलाओं ने 5 साल तक के बच्चों का पोषण किस तरह किया जाता है. उन्हें किन- किन चीजों की जरूरत होती है इस बारे में जानकारी दी गई.इस कार्यक्रम के दौरान लगभग 40 से 50 आशा सहयोगिनियों महिलाओं ने शपथ ली कि वे अपने कार्य को पूर्णतया इमानदारी से करेगी. साथ ही गरीब बच्चों की अच्छी तरह से देखरेख करेगी. कार्यक्रम की अध्यक्ष पर्यवेक्षक फरजान सिद्दीकी ने बताया कि आंगनवाड़ी केंद्र पर 0 से 5 साल तक के बच्चे आते हैं.
जोधपुर : आंगनवाड़ी महिला और आशा सहयोगिनी की कार्यशाला
बाबा रामदेव मंदिर में शुक्रवार आंगनवाड़ी महिला और आशा सहयोगिनी की कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.
जोधपुर : आंगनवाड़ी महिला और आशा सहयोगिनी की कार्यशाला
जिन्हें आशा सहयोगिनी व कार्यकर्ताओं की ओर से उन सभी बच्चों की देखरेख की जाती है और उन्हें शिक्षा भोजन आदि की व्यवस्था भी कराई जाती है.
यह प्रशिक्षण शिविर आयोजन करने का उद्देश्य इतना है कि आंगनवाड़ी केंद्रों में आने वाले गरीब परिवार के बच्चे किस तरह से शिक्षा प्राप्त करें और उनकी परवरिश अच्छी हो. प्रशिक्षण शिविर में कार्यकर्ताओं को 3 पुस्तकें भी दी गई है. जिनमें बच्चों के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया है .