जोधपुर. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रत्याशियों के चयन को लेकर कांग्रेस में कशमकश जारी है. इस समय जोधपुर संसदीय सीट हॉट सीट बनी हुई है. वजह है वैभव गहलोत को वहां से चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी. इसी के साथ लगातार ये चर्चा भी बनी हुई है कि भाजपा इस बार राजपूत को ही उम्मीदवार बनाऐगी या किसी और को. वहीं कांग्रेस फिर एक बार ओबीसी यानी वैभव गहलोत पर दांव खेलेगी या किसी और पर.
पूर्व में अशोक गहलोत यहां से पांच बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. वे सांसद के साथ-साथ केन्द्र में मंत्री भी रहे हैं लेकिन पिछले चार चुनावों से जोधपुर लोकसभा सीट के समीकरण देखे जाएं तो यहां राजपूत और विश्नोई मतदाताओं का वर्चस्व रहा है. जोधपुर लोकसभा क्षेत्र में कुल 8 विधानसभा क्षेत्र आते हैं इनमें जोधपुर जिले के 7 तो जैसलमेर जिले से एक पोकरण विधानसभा शामिल है. इन 8 में से 6 विधानसभाएं सरदारपुरा, जोधपुर शहर, शेरगढ़, लूणी, लोहावट, पोकरण कांग्रेस के खाते में है.
जबकि भाजपा के खाते में सिर्फ 2 विधानसभा सीटें हैं फलौदी व सूरसागर. जोधपुर लोकसभा सीट पर हार-जीत जातिगत आंकड़ों पर टिकी है. 8 विधानसभा क्षेत्रों में 3 सीट पर फलोदी, लूणी और लोहावट पर विश्नोई समाज के विधायक हैं जो कि कांग्रेस के हैं. जबकि शेरगढ़ सीट पर राजपूत, पोकरण पर मुस्लिम, सरदारपुरा और जोधपुर शहर पर ओबीसी व ब्राह्मण विधायक हैं. इनके सामने हारने वाले भी राजपूत, विश्नोई व ब्राह्मण ही हैं. यही कारण है कि जोधपुर लोकसभा चुनाव में पिछले 20 सालों से विश्नोई व राजपूत जाति का ही बोलबाला रहा है.