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Jodhpur Cylinder Blast: 38 दिन बाद दूल्हे को मिली अस्पताल से छुट्टी, अभी भी तीन का उपचार जारी - Rajasthan hindi news

जोधपुर के भूंगरा में बारात निकलने के दौरान सिलेंडर ब्लास्ट होने (Jodhpur Cylinder Blast) से 55 लोग झुलस गए थे. इसमें 35 लोगों की मौत हो गई थी. शनिवार को हादसे में झुलसे दूल्हे और उसके एक साथी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी.

Jodhpur Cylinder Blast
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Published : Jan 14, 2023, 6:28 PM IST

जोधपुर.जिले के भूंगरा में 8 दिसंबर 2022 को हुई गैस सिलेंडर विस्फोट त्रासदी में झुलसे दो घायलों को आज अस्पताल से 38 दिन बाद छुट्टी मिल गई है. इनमे दुल्हा सुरेंद्र सिंह भी शामिल है. उसके दोस्त जालम सिंह को भी आज अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. सुरेंद्र और उसका दोस्त जालम सिंह दोनों गुजरात में साथ में ही लकड़ी का काम करते हैं. अस्पताल से छुट्टी के दौरान भाजपा देहात के जिला महामंत्री जसवंत सिंह इंदा मौजूद रहे.

हादसे में सुरेंद्र के माता-पिता दोनों की मृत्यु हो चुकी है. हालांकि जसवंत सिंह इंदा ने बताया कि अस्पताल से छुट्टी मिलने तक सुरेंद्र को इस बारे नहीं बताया गया था. अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राजश्री बेहरा के अनुसार जोधपुर सिलेंडर ब्लास्ट में झुलसे तीन मरीज अभी भी अस्पताल में भर्ती है. इनमे एक बालिका और दो महिलाएं हैं जिनका उपचार चल रहा है.

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शेरगढ़ के भूंगरा में गत 8 दिसंबर को सगत सिंह के बेटे सुरेंद्र सिंह की भूगरा से बाड़मेर के खोखसर बारात जाने वाली थी. बारात से पहले परंपरागत रस्में हो रहीं थीं. ज्यादातर महिलाएं दूल्हे के आसपास थीं. बारात की रवानगी से ठीक पहले अचानक तेज धमाके के साथ गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया. लगातार दो धमाके हुए औऱ पूरे घर में आग की लपटें फैल गईं.
इस घटना में 55 लोग झुलसे थे जिनमें 29 महिलाएं थीं. उन्हें उपचार के लिए जोधपुर लाया गया था. इनमे 35 की मौत हो गई जिसमें दूल्हे के माता पिता, बहन और भतीजों की भी मृत्यु हो गई थी. इस हादसे के बाद परिवार में सुरेंद्र सिंह के अलावा उसका भाई सांगसिंह और उसकी भाभी पूनम कंवर ही बचे हैं.

शेरवानी से बची जान:सिलेंडर ब्लास्टहादसे में ज्यादातर लोग 70 फीट से ज्यादा झुलस गए थे. सुंदर सिंह ने मोटी शेरवानी पहनी हुई थी. इसके चलते वह कम झुलसा. उसका चेहरा और हाथ और पांव ही झुलसे थे जिसके चलते उसकी हालत गंभीर नहीं हुई थी.

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