जोधपुर. शहर के बोरानाडा थाना क्षेत्र के वीतराग सिटी में 1 फरवरी को हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह नांदिया इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड है. उसने राकेश मंजू को मारने के लिए बजरंग सिंह पालड़ी को ठेका दिया था. पुलिस के अनुसार, इस वारदात को बजरंग सिंह समेत सात लोगों ने अंजाम दिया था.
डीसीपी पश्चिम गौरव यादव ने बताया कि विक्रम सिंह नांदिया और कैलाश मांजू के बीच पुरानी दुश्मनी चल रही है. लेनदेन के विवाद के चलते आपस में हमले कर चुके हैं. राकेश मांजू के जमानत पर बाहर आने के बाद बजरंग सिंह पालड़ी उसकी रेकी करवानी शुरू की. जिसके लिए वीतराग सिटी के पास में फ्लैट किराए पर लिया. 1 फरवरी को राकेश मांजू जब कैलाश मांजू के घर मिलने वीतराग सिटी आया, तो इसकी जानकारी मिलने पर बजरंग सिंह, रघुवीर सिंह, दयालराम अन्य एक गाड़ी से वितराग सिटी में घुसे और पार्किंग में जाकर खड़े हो गए. राकेश मांजू जब पार्किंग की तरफ आया तो घात लगाकर बैठे लोगों ने उस पर फायरिंग की, लेकिन उससे बचकर गेट पर आ गया. वहां मौजूद गार्ड जनक सिंह ने उसे गिरा दिया और उसे गोली मारी दी गई. इसके बाद सभी एक कार से भाग गए. बता दें कि दो साल पहले शिवरात्रि पर राकेश मांजू ने विक्रम सिंह पर डाली बाई सर्किल के पास गोली मारी थी. जिसके बाद रंजिश बढ़ गई.
सारे हथियार लेकर गया बजरंग सिंह: डीसीपी पश्चिम गौरव यादव ने बताया कि दो आरोपी बागोरिया निवासी रघुवीर सिंह और दयाल राम को रविवार को भोपालगढ़ क्षेत्र से पकड़ा गया है. उनसे पूछताछ में यह सामने आया कि दोनों को इस घटना के बाद में बड़ी रकम मिलने वाली थी. पूछताछ में उन्होंने बताया कि लगभग सभी लोगों के पास हथियार थे. घटना के बाद बजरंग सिंह ने सबसे हथियार ले लिए और सारे लोग अलग-अलग रास्ते पर निकल गए थे. कई दिन घूमने के बाद रघुवीर और दयाल भोपालगढ़ क्षेत्र पहुंचे थे.