जोधपुर. जिले में एक युवक को वन्य जीव की रक्षा करना महंगा पड़ गया. वन्य जीव का शिकार होने से बचाने के लिए उठाए कदम पर युवक को जान से हाथ धोना पड़ा. युवक की मौत पर परिजनों और ग्रामीणों ने अस्पताल मोर्चरी के बाहर धरना दिया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव उठाने से इंकार कर दिया.
मामला बिलाड़ा थाना क्षेत्र के जलवा गांव के जंगल का है जहां 22 मार्च को कुछ लोगों की ओर से जानवरों का शिकार किया जा रहा था. शिकार के बाद वे उन्हें बोरी में डालकर ले जाने की तैयारी कर रहे थे कि ठीक इसी वक्त गांव के युवक प्रताप राम माली ने मौके पर पहुंच इसका विरोध किया. इससे खफा होकर 2-3 युवकों ने प्रताप राम पर हथियारों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया.
प्रताप राम के समर्थन में विभिन्न संगठन एकजुट घटना से प्रताप राम माली गंभीर रूप से घायल हो चुके था. सूचना पर ग्रामीणों ने उसे पीपाड़ के अस्पताल में भर्ती करवाया लेकिन वहां से उन्हें जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में रेफर कर दिया गया. जहां रविवार देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
प्रताप की मौत पर ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त हो गया. ग्रामीणों का कहना है कि आरोपियों को तुरंत प्रभाव से गिरफ्तार किया जाए और जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा तब तक परिजन शव को नहीं उठाएंगे.
अस्पताल की मोर्चरी के बाहर सोमवार को प्रताप राम के समर्थन में विभिन्न संगठन एकजुट हुए. विभिन्न संगठनों का कहना हैं कि प्रताप राम माली ने वन्यजीव की रक्षा करते हुए अपने प्राणों को त्याग दिया है. इसी कारण उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाए और साथ ही मृतक के परिवार को तुरंत प्रभाव से 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए.
सब मांगों को लेकर सोमवार को सुबह से ही ग्रामीण मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे हैं. मौके पर पुलिस उप अधीक्षक ग्रामीण एसबीएम सहित आला अधिकारी मौजूद है तो वहीं इस पूरे मामले पर विधायक हीराराम मेघवाल का कहना है कि मुख्यमंत्री को इस मामले से अवगत कराया जा चुका हैं, लेकिन आगामी लोकसभा चुनाव और आदर्श आचार संहिता को देखते हुए इस समय किसी भी प्रकार की कोई घोषणा नहीं की जा सकती. लेकिन सरकार आश्वस्त करती है कि आने वाले समय में है मृतक के परिजनों के लिए सरकार की ओर से निश्चित रूप से संपूर्ण मदद की जाएगी.
मृतक से के परिजनों से मिलने के लिए लूणी विधायक महेंद्र विश्नोई बिलाड़ा, विधायक हीराराम मेघवाल सहित कांग्रेस के कार्यकर्ता पहुंचे और उन्हें कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. इस पूरे मामले पर बिलाड़ा पुलिस ने अभी तक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन एक आरोपी अभी भी फरार है.