जोधपुर.राज्य की गहलोत सरकार के छात्र संघ चुनाव पर रोक के फैसले से छात्र नेता खासा नाराज हैं. इसके विरोध में प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया है. वहीं, इस पूरे मसले पर जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि गहलोत सरकार खौफजदा है. यही वजह है कि सोची समझी रणनीति के तहत छात्र संघ चुनाव पर रोक लगाई गई है. भाटी ने कहा कि प्रदेश में छात्र संघ चुनाव होने चाहिए, क्योंकि राजनीति की पहली सीढ़ी छात्र संघ चुनाव से होकर गुजरती है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद भी छात्र संघ की सियासत कर आगे बढ़े हैं, लेकिन आज बड़ा आश्चर्य होता है कि वो चुनाव को नहीं होने दे रहे हैं.
खौफ में है गहलोत सरकार -भाटी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत लिंगदोह समिति की सिफारिशों की पालना की बात करते हैं तो प्रदेश में विधानसभा चुनाव में कौन सी आचार संहिता के नियमों की पालना की जाती है. ऐसा लगता है कि सरकार को डर है कि अगर छात्र संघ चुनाव में उनकी पार्टी के छात्र संगठन की हार हुई तो उसका असर विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिलेगा. इसी डर से सरकार ने यह निर्णय लिया है, जिसका सभी छात्रों को विरोध करना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि छात्रों को अपनी इस मांग को लेकर कल संघर्ष करना होगा, तब कहीं जाकर सरकार घुटनों पर आएगी. सरकार ने युवा छात्र नेताओं के साथ कुठाराघात किया है.