जोधपुर. माता का थान क्षेत्र में बुधवार को दिनदहाड़े बजरी माफियाओं के बीच हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस घटना में घायल ओमप्रकाश जाट ने तीन आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दी थी, लेकिन पुलिस के पड़ताल में सामने आया है कि घटना की शुरुआत ओमप्रकाश ने ही की थी. उसने ही फायर किए थे. उसकी पिस्टल चॉक हो गई, अन्यथा बड़ी घटना हो जाती.
गिरफ्तार आरोपी भी उसके खिलाफ रिपोर्ट देंगे, जिससे उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी. जोधपुर पुलिस कमिश्नर रवि दत्त गौड़ ने बताया कि मंगलवार को हुई घटना के बाद 10 स्थानों के अधिकारियों को इस प्रकरण के लिए लगाया गया. रात को एक स्पेशल ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें बजरी व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए दबिश दी गई. इस दौरान नामजद दो आरोपी राकेश विश्नोई और मालाराम विश्नोई को गिरफ्तार किया गया. जबकि दो अन्य शातिर हिस्ट्रीशीटर सूरज और सही राम को भी गिरफ्तार किया गया है. कार्रवाई के दौरान 42 वाहन सीज किए गए. पांच का चालान किया गया.
पुलिस की जांच में सामने आया है कि मंगलवार को माता का थान चौराहा पर स्थित सूरज है ड्रेस में राकेश विश्नोई और उसका भाई सागर विश्नोई बैठे थे. इस दौरान ओमप्रकाश जाट अपने साथी सुनील उर्फ पपसा के साथ अपनी स्कॉर्पियो लेकर आया और उसने राकेश और सागर पर फायरिंग कर हमला किया. इस दौरान ओमप्रकाश की पिस्टल चॉक हो गई. ओमप्रकाश बाहर आया और अपनी गाड़ी में बैठ गया. राकेश और सागर भी बाहर आए और कैंपर से स्कॉर्पियो को टक्कर मारनी शुरू कर दी. पास की दुकान पर बैठा राकेश का तीसरा भाई मालाराम भी मौके पर आ गया. उसने अपने डंपर से ओमप्रकाश की स्कॉर्पियो को टक्कर मारी.