जोधपुर.चलती ट्रेन में अगर कोई खुद को डॉक्टर बता कर दवाई दे, तो आपको सोच समझ कर लेनी चाहिए क्या पता वह डॉक्टर ही फर्जी हो और इलाज के नाम पर बेहोशी की दवा देकर लूट कर ले जाए. जी हां ऐसे ही एक शातिर अपराधी को जोधपुर जीआरपी पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया है. जो लोगों से ट्रेन में खुद को डॉ. मिश्रा बताकर मिलता है. उसके बाद खुद ही खाने वस्तु में कुछ मिलाकर यात्री को बीमार करता है और उसके बाद इलाज के बहाने नशीली दवा देकर उसे सुला देता है और उसके बाद पूरे इत्मीनान से यात्री के नगदी सोना-चांदी पर हाथ साफ कर भाग जाता है. खास बात यह है कि इस शातिर बदमाश ने डॉक्टर की जानकारी भी तिहाड़ जेल में रहते हुए सीखी थी. उसे जेल की डिस्पेंसरी का काम दिया था. जहां डॉक्टरों को देखकर कुछ बातें सीख ली.
यूं करता है लूट : जीआरपी के अनुसार, मध्य प्रदेश के मंदसौर जिला निवासी 60 वर्षीय बाबू खान ट्रेन बस में डॉक्टर मिश्रा बनकर दोस्ती करता है. अपने आप को डॉक्टर बताते हुए यात्रियों की छोटी-मोटी बीमारियों का इलाज बताकर दोस्ती करता है. दोस्ती करने के बाद स्वयं चाय मंगवाता है. चाय के बाद खुद नमकीन लाने का कहकर मिक्सर नमकीन लाता है, फिर मिक्सर नमकीन हाथ में लेकर इसमें एक गोली मिला देता है. जिसे खाने से यात्री का हाजमा बिगड़ जाता है. यात्री अपनी दस्त की परेशानी बताता है तब डॉक्टर बताने का फायदा उठाकर उस यात्री को नींद की गोलियां जो कैप्सूल भर कर रखता है. वह देता है जिसे लेते ही यात्री को नींद आने लगती है. नींद आने पर यात्री को चद्दर वगैरा बिछाकर कर सुला देता है, फिर यात्री के पास जो रूपये, जेवरात कीमती सामान होते हैं उसे चोरी कर चला जाता है.