जोधपुर.डॉक्टर बनने के लिए जी तोड़ मेहनत कर नीट परीक्षा पास कर सरकारी कॉलेज में दाखिला लेना आसान काम नहीं है. लेकिन सरकारी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरी कर रहे युवक भी फर्जी अभ्यर्थी बन अपना करियर दांव पर लगाने से नहीं चूक रहे हैं. दरअसल, सेकेंड शिक्षक भर्ती परीक्षा में उदयपुर पुलिस ने जो गैंग पकड़ा है उसमें एक जोधपुर का फर्जी अभ्यर्थी शामिल (Fake Candidate for Medical Studies in RPSC) है. ये एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. साथ ही पुलिस के हत्थे एक और एमबीबीएस का छात्र चढ़ा है. वह अजमेर का रहने वाला है. दोनों को परीक्षा के बदले पांच से सात लाख रुपए मिलने थे.
पुलिस की रिमांड पर गणेश: उदयपुर में गिरफ्तार गणेश पुलिस की रिमांड पर है उससे पूछताछ की जा रही है. जोधपुर पुलिस की गिरफ्तर में आए प्रद्युमन सिंह भी पुलिस रिमांड पर है. मिली जानकारी के अनुसार, उदयपुर में शनिवार को गैंग पकड़ा गया था, जिसमें जोधपुर जिले की तिंवरी तहसील में मांडियाई खुर्द गांव का गणेश सियोल पुत्र सतपाल जाट भी शामिल है. गणेश सियोल कोटा मेडिकल कॉलेज का छात्र है.
चयन होने पर मिलते 5 लाख: उदयपुर पुलिस कार्रवाई के दौरान गणेश सियोल के पास से जालोर में करड़ा थानान्तर्गत भाटीप गांव निवासी प्रदीप खींचड़ पुत्र रतनाराम बिश्नोई का आधार कार्ड और प्रवेश पत्र मिला. दोनों पर गणेश के फोटो लगे थे. पूछताछ में गणेश ने स्वीकार किया कि वह प्रदीप की जगह परीक्षा देने जा रहा था. उसके पास अन्य आरोपियों के पास मिले पेपर की तरह दोनों तरह के ही प्रश्न पत्र की फोटो प्रतियां भी मिली. परीक्षा में चयन होने पर गणेश को पांच लाख रुपए मिलने की बात सामने आ रही है.