ओसियां (जोधपुर).ओसियां के निकटवर्ती खेतासर गांव में रास्ते के अभाव में अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को 6 घंटे तक घर में ही शव रखे रहना पड़ा. सूचना मिलने पर प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर कर रास्ता खुलवाया तब जाकर शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा सका.
रास्ते के अभाव में 6 घंटे तक नहीं हो सका शव का अंतिम संस्कार जोधपुर के ओसियां क्षेत्र के निकटवर्ती खेतासर के राजस्व गांव जसनाथ नगर की ताला मेघवालों की ढाणी के लोगों के लिए आवागमन के लिए रास्ते के अभाव में अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को 6 घंटे तक घर में ही इंतजार करना पड़ा. आखिर दोपहर बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर कर शव का अंतिम संस्कार करवाया.
यह भी पढ़ें:NH-27 पर लगा रहता है आवारा मवेशियों का जमावड़ा, दुर्घटनाओं के बाद भी प्रशासन बेपरवाह
जानकारी के अनुसार जसनाथनगर की ताला मेघवालों की ढाणियों के रहने वाले खेराजराम व जालाराम ने प्रशासन को सूचना दी कि गांव के जबराराम मेघवाल की मृत्यु रविवार को हो गई है, जिसका अंतिम संस्कार रातडी भाकर के पास स्थित श्मशान घाट पर करना है. लेकिन रास्ते के अभाव में शव नहीं ले जा पा रहे हैं. घर के आंगन में शव 6 घंटे से रखा है. सूचना मिलने पर एसडीएम रतनलाल रेगर ने पुलिस जाब्ते के साथ मृतक के घर पहुंचे और शव को श्मशान घाट ले जाने की व्यवस्था की.
यह भी पढ़ें:फेल सीवरेज सिस्टम और टूटी सड़कों से आमजन परेशान, बाड़मेर नगर परिषद पर लापरवाही का आरोप
एसडीएम ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि इन ढाणियों के लोगों के खेतासर, जसनाथ नगर और बेह चारणान तक आवागमन के लिए कानूनी प्रक्रिया के तहत रास्ता शीघ्र ही बनवाया जाएगा. इस दौरान एसडीएम रेगर के साथ आरआई अशोक गोयल, लूणाराम प्रजापत, पटवारी दिनेश भादू व पुलिस जाब्ता भी उपस्थित रहा.
बता दें कि जसनाथ नगर गांव के 40-50 का ताला वाले मेघवालों की ढाणी के लोगों के लिए खेतासर और बेहचारणान गांव तक आने जाने का कोई सार्वजनिक रास्ता नहीं है, जिससे इन ढाणियों के मेघवाल समुदाय के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.