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Constable Re medical Fraud: कांस्टेबल में चयनित अभ्यर्थी ने री-मेडिकल में दोस्त को भेजा, केस दर्ज

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Published : Jan 15, 2023, 11:03 AM IST

Updated : Jan 15, 2023, 1:32 PM IST

जोधपुर पुलिस ने राजस्थान पुलिस सेवा 2021 में चयनित हुए 2 कांस्टेबल के फर्जीवाड़े का खुलासा किया है. दोनों पर फर्जी तरीके से मेडिकल (Selected candidates unfit in medical) करवाने, फिर री-मेडिकल करवाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है.

Constable recruitment exam
कांस्टेबल में चयनित अभ्यर्थियों में रिमेडिकल में किया फर्जीवाड़ा

कांस्टेबल में चयनित अभ्यर्थी ने री-मेडिकल में दोस्त को भेजा

जोधपुर. कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2021 जोधपुर में चयनित अभ्यर्थियों के मेडिकल में अनफिट होने के बाद (Selected candidates unfit in medical) री-मेडिकल में फर्जीवाड़ा करने का मामला आने आया है. इस घटना में अस्पताल से जानकारी मिलने पर पुलिस कमिश्नरेट में भर्ती प्रक्रिया से जुड़े कार्मिक ने दो अभ्यर्थियों के खिलाफ जालसाजी का केस शास्त्री नगर थाने में दर्ज करवाया. फिलहाल पुलिस जांच कर रही है.

क्या है फर्जीवाड़ा का मामला, जानिए: शास्त्री नगर थाना अधिकारी जोगेंद्र सिंह ने बताया कि तेजाराम गुर्जर और नरेंद्र कुमार का पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2021 में लिखित परीक्षा में चयन हुआ था, लेकिन मेडिकल में दोनों अलग-अलग कारणों से अनफिट पाए गए. हाल ही में ऐसे 28 अभ्यर्थियों के री-मेडिकल करने के लिए मथुरा दास माथुर अस्पताल में बोर्ड बनाया गया था. तेजाराम के पेट में पथरी और नरेंद्र के पैर का तलवा फ्लैट होने से अनफिट बताए गए. इनको 11 जनवरी को री-मेडिकल के लिए बुलाया गया था.

री मेडिकल में किया खेल: इस दौरान तेजाराम की सोनोग्राफी होनी थी, लेकिन तेजाराम की जगह नरेंद्र अगले दिन डॉक्टर के पास पहुंचा. इस पर सोनोग्राफी करने वाले डॉक्टर को शक हुआ. उसने आधार कार्ड का मिलान किया, तो मालूम चला वह तेजाराम नहीं है. आधार कार्ड में कांट छांट की गई है. नरेंद्र कुमार अस्पताल से निकल गया. फर्जीवाड़े की सूचना अस्पताल अधीक्षक की ओर से पुलिस उपायुक्त कार्यालय को दी गई.

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दोनों आरोपी कांस्टेबल पर केस दर्ज: उपायुक्त कार्यालय ने दस्तावेज जांच किया तो पता चला की तेजाराम की जगह नरेंद्र कुमार सोनोग्राफी करवाने आया था. इसके आधार पर उपायुक्त कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक गौतम बर्फा की ओर से तेजाराम और नरेंद्र के खिलाफ मिलकर फर्जीवाड़ा करने का मामला दर्ज किया गया. मामले की जांच सब इंस्पेक्टर ओमकरण को सौंपी गई है.

Last Updated : Jan 15, 2023, 1:32 PM IST

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