जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम लिए बगैर उन पर बड़ा हमला बोला है. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि संजीवनी मामले में वह आरोपी हैं उनके परिवार के सदस्यों का भी नाम भी इसमें है मैंने बतौर गृहमंत्री यह बात कही थी. उस पर उन्होंने मौन धारण कर रखा है. सोमवार रात को जयपुर रवाना होने से पहले मीडिया से अनौपचारिक बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब मेरे पास एक ही रास्ता बचा है कि मैं प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने को कहूं. हमारे डेढ़ लाख लोगों के रुपए अटके हुए हैं वही इसमें कुछ करें क्योंकि हमारे केंद्रीय मंत्री ने तो इस मामले में मौन धारण कर रखा है. मेरे खिलाफ मानहानि का मुकदमा कर दिया. मैंने इसका भी स्वागत किया कि अगर लोगों के रुपए निकालने के लिए मुझे जेल जाना पड़े तो भी मैं खुश हूं.
मुख्यमंत्री गहलोत ने केंद्रीय मंत्री शेखावत पर हमला करते हुए कहा कि जब इनको केंद्र में मंत्री बनने के साथ जो पोर्टफोलियो दिया तो उसके बाद एक मीटिंग में मैं दिल्ली में था तब मैने प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया कि यह पोर्टफोलियो तो हमारे प्रदेश के लिए वरदान है. मुझे इतनी उम्मीद नहीं थी कि इस तरह मंत्री लापरवाह निकलेंगे वह तो पूरी तरह से टाइम पास मंत्री हैं. गहलोत ने कहा कि इस तरह के मामलों की जांच ईडी को करनी चाहिए वह लोगों की प्रॉपर्टी को अटैच कर सकती है. लेकिन संजीवनी के मामले में ईडी आगे नहीं आ रही है एसओजी कई पत्र लिख चुकी है लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा है.