लगे गहलोत हाय-हाय के नारे जोधपुर. भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन संकल्प यात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की गैर मौजूदगी चर्चा में है. राजे परिवर्तन संकल्प यात्राओं की शुरुआत के बाद कहीं पर नजर नहीं आईं. उनकी जगह बीजेपी के सेकंड लाइन के नेता ही नेतृत्व करते नजर आ रहे हैं, लेकिन इस बीच शुक्रवार को जोधपुर में तीसरी परिवर्तन संकल्प यात्रा का समापन हो रहा है. इसके मंच पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की तस्वीर नजर नहीं आई, अलबत्ता पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को तरजीह दी गई है.
मंच पर उनकी फोटो लगाई गई है. गजेंद्र सिंह का चेहरा मंच से ही नदारद दिखा. मंच पर लगे पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, प्रतिपक्ष नेता राजेंद्र राठौड़ के ही बड़े चेहरे नजर आए हैं. इनके अलावा किसी भी स्थानीय नेता के चेहरे को जगह नहीं दी गई है. इसको लेकर भाजपा का कोई भी नेता बोलने के लिए तैयार नहीं है.
पढ़ें :BJP Parivartan Yatra : राजस्थान में बाहरी राज्यों के नेताओं का लग रहा जमावड़ा, लेकिन चर्चा में वसुंधरा राजे की दूरी
शेखावत के पोस्टर में राजे नदारद : जोधपुर के गांधी मैदान में परिवर्तन यात्रा की सभा के लिए गजेंद्र सिंह शेखावत के समर्थको ने सोशल मीडिया के डिजिटल पोस्टर बनाए, उनमें राजे का फोटो नहीं लगाया. जबकि अखबारों के विज्ञापन में राजे के फोटो लगाए गए. मंच पर शेखावत की फोटो नहीं होना सभा स्थल पर चर्चा बन गई.
मारवाड़ में है वसुंधरा की पकड़ : पूरे मारवाड़ में वसुंधरा राजे के समर्थकों की संख्या बहुत बड़ी है, लेकिन रामदेवरा के बाद वह किसी भी विधानसभा में नजर नहीं आईं. जोधपुर, नागौर, अजमेर, बाड़मेर में राजे के कई समर्थक भाजपा की मुख्य धारा के नेता रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद वह यात्रा में नहीं दिखीं.
लगे गहलोत हाय-हाय के नारे : गुरुवार रात को जब परिवर्तन संकल्प यात्रा जब जोधपुर में प्रवेश कर रही थी, उस समय बनाड़ रोड पर लोगों ने गहलोत हाय-हाय के नारे लगाकर यात्रा का स्वागत किया. बनाड़ रोड के बाशिंदे लंबे समय से पानी भराव की परेशानी से जूझ रहे हैं. उन्होंने पानी में खड़े रहकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. तख्तियां लिए हुए नजर आए. तख्तियों पर झूठे वादे करने वाली सरकार, तानाशाही जैसे नारे लिखे गए.