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कर्नल सोनाराम का गहलोत के पास जाना पड़ा भारी...मारवाड़ की चर्चित सीट पर बीजेपी में फंसा पेंच

भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए मारवाड़ की जोधपुर, पाली और सिरोही सीट के लिए अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. वहीं कर्नल सोनाराम को लेकर असमंजस की स्थिति बरकरार है. पार्टी ने अब तक बाड़मेर जैसलमेर सीट पर उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है.

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Published : Mar 23, 2019, 8:58 PM IST

कर्नल सोनाराम (फाइल फोटो).

जोधपुर. भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए मारवाड़ की जोधपुर, पाली और सिरोही सीट के लिए अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. ये तीनों उम्मीदवार मौजूद दोबारा इस सीट से चुनाव लड़ेगें. कर्नल सोनाराम को लेकर अभी असमंजस की स्थिति बरकरार है. पार्टी ने अब तक बाड़मेर जैसलमेर सीट पर उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है.

भारतीय जनता पार्टी के लिए बाड़मेर जैसलमेर सिटी प्रतिष्ठा का प्रश्न है. अब यहां बीजेपी के उम्मीदवार का सामना कांग्रेस प्रत्याशी मानवेंद्र से हो सकता है. मानवेंद्र सिंह को बाड़मेर जैसलमेर से सीट से कांग्रेस से प्रबल दावेदार माना जा रहा है. ऐसे में बीजेपी इस सीट पर मजबूत उम्मीदवार उतारना चाहती है. कयास लगाए जा रहे हैं कि आईपीएस महेंद्र चौधरी को यहां से बीजेपी उम्मीदवार बनाया जा सकता है.

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वहीं चौधरी ने राजनीति में कदम रखने के साथ ही हाल ही में सेवानिवृत्ति के लिए वीआरएस भी अप्लाई कर दिया है. ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि जाट समीकरण को ध्यान में रखते हुए पार्टी महेंद्र चौधरी को कर्नल सोनाराम की जगह प्रत्यक्ष बनाकर जाट समुदाय की नाराजगी मिटा देगा साथ ही मानवेंद्र सिंह को कड़ी चुनौती दी जा सकेगा.

जैसलमेर बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र में वर्तमान में कांग्रेस का ही वर्चस्व है. हालांकि यहां से कांग्रेस में भी टिकट को लेकर भारी गुटबाजी चल रही है. हरीश चौधरी भी मानवेंद्र सिंह के अलावा दावेदार बने हुए हैं. ऐसे में भाजपा नया चेहरा मैदान में उतारकर चुनाव जीतने की जुगत में है. हालांकि बीजेपी ने जैसलमेर बाड़मेर लोकसभा सीट से अब तक किसी को उम्मीदवार नहीं बनाया है. लेकिन टिकट रोकने से ही यह सीट एक बार फिर चर्चा में आ गई है.

कर्नल सोनाराम का इस वजर से बीजेपी काट सकती है टिकट
बताया जा रहा है कि कर्नल सोना राम ने गत दिनों उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने के लिए जोधपुर सर्किट हाउस में अपनी पर्ची भेजी थी. हालांकि मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात नहीं हुई. लेकिन राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर उनके अपने घर वापसी यानी कि कांग्रेस में वापस जाने की सुगबुगाहट शुरू हो गई थी. इससे भी बड़ी बात यह थी सर्किट हाउस में जब कर्नल से पूछा गया कि क्या भाजपा ने अगर आप को टिकट नहीं दिया तो क्या फिर भी वह पार्टी में बने रहेंगे. इस पर कर्नल ने कहा था कि इस प्रश्न का उत्तर देना मेरे लिए बहुत मुश्किल है. इसके बाद से इस तरह के कयास लगाए जा रहे थे कि कर्नल का नाम सूची में शायद ही आएगा.

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