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बदमाशों की सड़क परेड से बिश्नोई समाज नाराज, धरना प्रदर्शन के बाद की ये मांग

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Published : Dec 17, 2022, 5:47 PM IST

जोधपुर में बदमाशों की सड़क पर परेड से बिश्नोई समाज (Bishnoi community angry in Jodhpur) के लोग नाराज है. वहीं, अब समाज की ओर से मांग की गई है उक्त वाकया में शामिल पुलिस अधिकारियो के खिलाफ अविलंब कार्रवाई की जाए, वरना वो आगे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन को मजबूर होंगे.

Bishnoi society angry with police
Bishnoi society angry with police

बिश्नोई समाज ने किया धरना प्रदर्शन

जोधपुर.जिले के माता का थान थाना क्षेत्र में शुक्रवार को (Parade of miscreants on road in Jodhpur) पुलिस ने दो आरोपियों को नंगे पांव सड़क पर परेड कराया था. साथ ही आरोपियों को घटनास्थल पर ले जाया गया था. जिस पर बिश्नोई समाज ने कड़ा विरोध जताया है. इतना ही नहीं समाज के लोगों ने दावा किया है कि आरोपियों को उन लोगों ने ही सरेंडर करवाया था. इसके बावजूद उनके साथ पुलिस ने ज्यादती की. वहीं, इसके विरोध में शनिवार को समाज के लोगों ने जोधपुर पुलिस कमिश्नर कार्यालय के बाहर धरना देकर अपना आक्रोश जाहिर किया. साथ इस प्रकरण में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई.

समाज के प्रतिनिधि मंडल ने अपनी मांगों को लेकर पुलिस (Parade of miscreants on road in Jodhpur) कमिश्नर रविदत्त गौड़ को ज्ञापन सौंपा. जिसमें 24 घंटे में आरोपियों को बाल काटकर नंगे पांव लेकर जाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है. प्रतिनिधिमंडल में शामिल जोधपुर जिला परिषद के उप जिला प्रमुख विक्रम विश्नोई ने बताया कि पुलिस कमिश्नर ने 24 घंटे में मामले की जांच का आश्वासन दिया है. लेकिन अगर इस प्रकरण में कार्रवाई नहीं होती है तो बिश्नोई समाज सर्व समाज के साथ माता का थान थाना पर पड़ाव करेगा.

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उप जिला प्रमुख ने बताया कि दोनों आरोपियों पर ओमप्रकाश ने (Bishnoi society protested in Jodhpur) फायरिंग की थी. अगर ओमप्रकाश की पिस्टल चॉक नहीं होती तो घटना बड़ी हो सकती थी. फायरिंग से बचने के बाद राकेश और माला राम ने ओमप्रकाश पर हमला किया था. दोनों हालांकि, घटना के बाद दो आरोपियों को समाज के लोगों ने सरेंडर करवाया, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने जिस तरीके से उन्हें बेइज्जत किया, वह गलत था.

उन्होंने आगे कहा कि अगर न्यायिक अभिरक्षा से निकलने के बाद कोई आरोपी गलत कदम उठा लेता है तो उसके लिए जिम्मेदार कौन होगा? हमने पुलिस का सहयोग किया, लेकिन पुलिस ने सही नहीं किया. पुलिस की विफलता के चलते ही फायरिंग हुई थी. घटना के बाद बाकी के आरोपियों को भी पुलिस अभी तक पकड़ नहीं पाई है. हमने पुलिस कमिश्नर से स्पष्ट शब्दों में कहा है कि इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

गौरतलब है कि बुधवार सुबह माता का थान चौक स्थित एक सैलून के अंदर राकेश और उसका भाई सागर बैठे थे. इस दौरान ओमप्रकाश जाट वहां आया और उसने फायरिंग करने की कोशिश की. लेकिन जब उसकी पिस्टल से फायर नहीं हुआ तो वह बाहर आकर स्कॉर्पियो में बैठ गया. जिसके बाद राकेश और सागर ने अपनी कैंपर से उसकी स्कॉर्पियो को टक्कर मारी. इस दौरान उनके भाई माला राम को घटना का पता चला तो वह अपना डंपर लेकर पहुंचा और उसने भी स्कॉर्पियो पर टक्कर मारी.

ओमप्रकाश बाहर आया तो तीनों ने उस पर लाठी और सरियों से हमला किया और घटना के बाद आरोपी वहां से फरार हो गए. इस घटना से क्षेत्र के लोग आक्रोशित हो गए और उन्होंने प्रदर्शन भी किया था. इसके बाद पुलिस ने दावा किया कि उन्होंने राकेश और मालाराम को गिरफ्तार किया है, जबकि शनिवार को समाज के लोगों ने कहा कि उन्होंने आरोपियो से सरेंडर करवाया था.

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