शेरगढ़ (जोधपुर). बालेसर में जैसलमेर जिले से पैदल रतलाम (मध्यप्रदेश) जा रहे श्रमिकाें के बालेसर पहुंचने पर ग्रामीणों ने तुरंत प्रशासन को इससे अवगत करवाया. जिसके बाद भामाशाहों और प्रशासन ने सभी मजदूरों के रहने और खाने-पीने की व्यवस्था करवाई. साथ ही उनको मास्क का वितरण कर सेनेटाईज करवाया गया.
कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से लगायेलाॅकडाउन के कारण दिहाड़ी मजदूरों के आगे रोजी रोटी का संकट मंडरा रहा है. इसके चलते सैकड़ों मजदूर जैसलमेर जिले से पलायन करके मध्यप्रदेश के लिए पैदल रवाना हुए. इनके लिए भामाशाहों की तरफ से जगह–जगह खाने पीने की व्यवस्था की जा रही हैं. जैसलमेर के रामदेवरा से आये 40 सदस्यों का दल बालेसर पहुंचा तो समाजसेवी लोगों ने उनको बालेसर में रोककर नंगे पाव जा रही महिलाओं बच्चों को को चप्पल दिलवाये. उनके लिए खाने और चाय-पानी की व्यवस्था करवायी. साथ ही इसकी सूचना बालेसर उपखंड अधिकारी महावीर सिंह जोधा और बालेसर तहसीलदार आईदान पंवार को दी गयी.