जोधपुर. सूर्य नगरी जोधपुर के नेत्र रोगियों के लिए एक राहत भरी खबर है. यहां अब लोगों को अपनी आंखों के इलाज के लिए जोधपुर या राजस्थान से बाहर नही जाना पड़ेगा. जोधपुर का डॉ कामदार अस्पताल उत्तर भारत का पहला अस्पताल है जहां रेटिना ऑटो ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध होगी.
राजस्थान का पहला रेटिना ऑटो ट्रांसप्लांट सेंटर बना जोधपुर, इटली के विशेषज्ञ करेंगे सर्जरी - जोधपुर
राजस्थान में नेत्र मरीजों के लिए खुशखबरी है. यहां मरीजों के लिए सबसे आधुनिक तकनीकि की चिकित्सा उपलब्ध होने वाली है. जो कि अब तक भारत के किसी अन्य राज्य में उपलब्ध नहीं है.
दरअसल इलाज करने वाली इटली की डॉक्टर बारबरा ने वर्ष 2008 में पहला रेटिना ऑटो ट्रांसप्लांट किया था. तब से लेकर अभी तक वे 180 ऑपरेशन कर चुकी हैं. डॉ कामदार अस्पताल में दुनिया की पहली रेटीना ऑटो ट्रांसप्लांट करने वाली महिला विशेषज्ञ और इटली निवासी डॉ बारबरा पारोलिनी सहित दिल्ली के प्रसिद्ध सर्जन जोधपुर में रहकर मरिजों का इलाज करेंगे और साथ ही उनका ऑपरेशन भी करेंगे.
अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि ऐसे कई लोग हैं जिन्हें आंखों की बीमारी हो जाती है. लेकिन समय से इलाज के लिए उनके पास पैसे उपलब्ध नहीं होते. इन सभी समस्याओं को देखते हुए डॉ कामदार आई हॉस्पिटल रेटीना ऑटो ट्रांसप्लांट जोधपुर में लेकर आया है. जिससे आम आदमी को आंखों के इलाज के लिए काफी रात राहत मिलेगी. अस्पताल के निदेशक ने बताया कि रीना ऑटो ट्रांसप्लांट के लिए लगभग 70 से 80 हजार रुपए का खर्च आएगा. लेकिन इसका लाभ भामाशाह कार्ड धारक बीपीएल कार्ड धारक आदि ले सकते हैं.