जोधपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) जोधपुर की टीम ने सोमवार को जोधपुर तहसील कार्यालय के एक बाबू सहित तहसीलदार के ड्राइवर और एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. एसीबी टीम ने इस मामले में तहसील कार्यालय के सामने फोटोकॉपी की दुकान चलाने वाले संचालक को भी गिरफ्तार किया है.
ACB के अधिकारी ने बताया कि जमीन की तरमीम और मौका रिपोर्ट बनाने की एवज में तहसीलदार के नाम पर उसी के ड्राइवर और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने परिवादी केवलराम से 50 हजार रुपये की मांग की थी. शिकायत के सत्यापन के बाद एसीबी की टीम ने सोमवार (ACB Action in Jodhpur) को कार्रवाई को अंजाम दिया.
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फिलहाल ACB की टीम ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. एसीबी तहसीलदार की भूमिका के बारे में जांच कर रही है. एसीबी के पुलिस निरीक्षक ने बताया कि 2 दिसंबर को परिवादी केवलराम ने एसीबी कार्यालय में शिकायत दी कि बनाड़ क्षेत्र में उसकी जमीन है. जहां कोर्ट के आदेश थे कि 60 दिन के भीतर उस जमीन मालिक को पट्टा दिया जाए. मामले में मौका रिपोर्ट तैयार करने के लिए तहसीलदार को कोर्ट के आदेश पर नियुक्त किया गया था, लेकिन लंबे समय से तहसीलदार मौका रिपोर्ट नहीं बना रहे थे.
परिवादी पर रुपयों के लिए बनाया दबाव
तहसीलदार के ड्राइवर और कार्यालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी परिवादी पर पैसे देकर ही काम करने का दबाव बनाया जा रहा था. जिसके बाद परिवादी ने परेशान होकर इस संबंध में एसीबी को शिकायत दी. एसीबी ने कार्यवाही करते हुए जमीन की तमीम रिपोर्ट और मौका तैयार करने की एवज में रिश्वत मांगने वाले तहसील कार्यालय के ड्राइवर मदन सिंह, चतुर्थ श्रेण कर्मचारी हुकम सिंह और फोटोकॉपी दुकान संचालक तेज सिंह को गिरफ्तार किया है. फिलहाल एसीबी की टीम मामले में जोधपुर के तहसीलदार दीपक सांखला (Jodhpur Tehsildar Deepak Sankhla news)की भूमिका के बारे में भी जांच कर रही है. एसीबी के अनुसार जांच में अगर तहसीलदार संलिप्त पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी.