झुंझुनू. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से राजस्थान में कच्ची शराब या हथकढ़ शराब के व्यवसाय में जुड़ी 14 जातियों की महिलाएं रेडीमेंट गारमेंट्स का काम सीख रही है. ये काम सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता विभाग की ओर से संचालित नवजीवन योजना के तहत महिलाओं और बालिकाओं को सिखाय जा रहा है.
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इसी में झुंझुनू जिले में नट जाति की 25 महिलाएं और बालिकाओं को स्थानीय स्वयसेवी संस्था जिला पर्यावरण सुधार समिति की ओर से संचालित केंद्र पर रेडीमेट गारमेंट्स का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. कार्यक्रम के तहत मुख्य अनुदेशिका सुधा शर्मा और सहायिका सुनिता मेघवाल की ओर से इन महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
प्रशिक्षणार्थी प्रियंका देवी, सुनीता नट, दीपिका नट, मनीषा, सरोज, बुगली देवी नट ने बताया कि उन्होंने पहले कभी मशीन को हाथ भी नहीं लगाया था, लेकिन आज मशीन अच्छे से चलाना जानती हैं. प्रशिक्षणार्थी सभी महिलाओं को प्रतिमाह दो हजार रूपए वर्तिका मिलता है. साथ ही प्रशिक्षण पूरी तरह निशुल्क है. संस्था सचिव राजेश अग्रवाल ने बताया की संस्था का प्रयास है की सरकार के मंशा के अनुरूप इस विशेष समाज के लोगों को सरकार के समस्त लाभकारी योजनाओ से जोड़ते हुए संपूर्ण विकास करवाया जाएगा.
प्रशिक्षण के दौरान मेज पॉश, कम्प्यूटर कंवर, फ्रिज कवर, रजाई कवर, बेडशीट, पीलो कवर, बेडशीट कवर आदि नई-नई डिजाइनों में सिखाए जा रहे हैं. सरकार की इसी योजना के तहत झुंझुनू बाकरा रोड स्थित मास्कोट कान्वेंट स्कूल में नट और बावरिया जाति के युवा संगीत का प्रशिक्षण ले रहे है.
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मुख्य प्रशिक्षक पूजा शर्मा ने बताया कि चिड़ावा रेलवे स्टेशन के मुस्लिम राणा समाज की 25 महिलाए को भी प्रशिक्षत किया जा रहा है. जहां मुख्य प्रशिक्षका जनत बानो, सहायिका शकीला बानो ये प्रशिक्षण सफलतापूर्वक प्रदान कर रही है, इन सभी प्रशिक्षण केंद्रों का सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक नरेश बारोठिया ने भी निरीक्षण किया और कहा की आप रोजगार करना चाहते हो तो विभाग की ओर से ऋण के साथ-साथ अनुदान भी दिलवाया जाएगा.