झुंझुनू. छापोली के रहने वाले अनिल सैनी और दलिप सैनी के परिवार में सबकुछ ठीक-ठाक चल रहा था. परिवार के ये दोनों भाई एक वैल्डिंग की दुकान में काम कर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे. इसी बीच अचानक अनिल की तबीयत खराब होने पर पहले उसको उदयपुरवाटी और बाद में झुंझुनू के अस्पताल लाया गया. जहां पर अनिल की कोरोना की जांच की गई. रिपोर्ट आने से पहले ही दो मई को उसकी मौत हो गई. हालांकि, उसकी जांच निगेटिव आई. इसके बाद कोरोना गाइडलाइन के अनुसार उसका अंतिम संस्कार किया गया.
बड़े भाई के इलाज के दौरान छोटा भी आया चपेट में...
बड़े भाई के इलाज के दौरान छोटा भाई दलिप ही अस्पताल में अनिल के पास रहा था. अनिल की मौत के कुछ दिन बाद ही दलिप की तबियत अचानक खराब होने लगी. उसको भी झुंझुनू के अस्पताल लाया गया. जहां पर उसकी हालत में सुधार नहीं होने पर उसे जयपुर रेफर किया गया. जहां 26 मई को दलिप की भी इलाज के दौरान जयपुर में मौत हो गई. उसकी भी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई. स्वास्थ्य विभाग ने उसको कोरोना संदिग्ध माना. पीपीई किट में दलिप को जयपुर से छापोली के श्मशान ले जाया गया, जहां पर उसका अंतिम संस्कार किया गया.
पढ़ें :राजस्थान: 2 जून से लॉकडाउन में राहत की घोषणा, यहां जानिए कहां मिलेगी छूट और कहां रहेगी पाबंदी...