सूरजगढ़ (झुंझुनू). जिले के वीरों की गाथा यहां के लोक गीतों में सुनाई देती है. अपनी बहादुरी का लोहा मनवाले वाले सैकड़ों जवानों की वीर गाथा यहां के कण-कण में बसी है. इन्ही वीरों में एक राजस्थान पुलिस कांस्टेबल चन्द्रभान का नाम भी आता है. जिन्होंने डकैतों से निहत्थे ही जूझते हुए बहादूरी का परिचय दिया और अपने प्राणों का बलिदान देकर वर्दी का फर्ज निभाया था. बता दें कि आज मंगलवार को उसी वीर जवान शहीद कांस्टेबल चंद्रभान की दसवीं पुण्यतिथि श्रद्धा पूर्वक मनाई गई.
सूरजगढ़ थाना परिसर के पास शहीद चंद्रभान स्मारक पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन हुआ. श्रद्धांजलि कार्य्रकम में पूर्व चेयरमैन सुरेश शर्मा के नेतृत्व में स्थानीय लोगों के साथ, एएसआई नरेश कुमार, एएसआई ईश्वरसिंह और अन्य पुलिसकर्मियों ने शहीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किये.
बात दें कि घटना 9 जून 2010 की है. जब सूरजगढ़ थाना पुलिस को सूचना मिली की बलौदा गांव की बड़ौदा बैंक में चार हथियार बंद लुटेरे बैंक को लूट कर फरार हो रहे हैं. सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस हरकत में आई और क्षेत्र की नाकाबंदी करवा दी. इस बीच सूरजगढ़ थाने के कांस्टेबल चन्द्रभान किसी मामले की तामील के लिये काजला गांव की ओर गए हुऐ थे. थाने से मिली सूचना के बाद कांस्टेबल चंन्द्रभान ने काजला गांव के कच्चे रास्ते पर पत्थरों के सहारे रास्ता जाम कर दिया. इस बीच गांव के ही कुछ युवा भी मौके पर पहुंच गए.