झुंझुनूं.जिले में आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना का तीसरा चरण 26 जनवरी से शुरू किया जाएगा. इसके लिए चिकित्सा विभाग की ओर से तैयारियां शुरू की गई है. इस संबंध में निदेशालय स्तर से मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस आयोजित कर जिलों की तैयारियों का जायजा लिया गया.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि योजना में खाद्य सुरक्षा योजना के पात्र लाभार्थी और आर्थिक, सामाजिक और जाति आधारित जनगणना एसईसीसी सर्वे में चयनित लोगों को निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती रहकर अपना ईलाज निशुल्क करवा सकेंगे.
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सीएमएचओ ने बताया कि जो भी निजी अस्पताल योजना से जुडना चाहते हैं वो शीघ्रता से ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन करे. साथ ही आवेदन कर योजना के तीसरे चरण में सेवाएं प्रदान कर सकते हैं. वीसी में डिप्टी सीएमएचओ और नोडल अधिकारी डॉ. राजकुमार डांगी, डॉ नरोत्तम जांगिड़, डीपीएम विक्रम सिंह, डीआईईसी कॉर्डिनेटर डॉ. महेश कड़वासरा, निखिल शर्मा ने भाग लिया.
एनिमिया मुक्त झुंझुनूं में अभियान का हुआ आगाज..
झुंझुनूं में मंगलवार से बालिकाओं, किशोरियों, महिलाओं में होने वाली खून की कमी को दूर करने के संबंध में एनिमिया मुक्त झुंझुनूं अभियान का आगाज हुआ. जिला प्रशासन, महिला एवं बाल विकास विभाग और आरआर हॉस्पिटल के संयुक्त तत्वावधान में जांच शिविर का आयोजन किया गया. विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान की निरंतता में यह अभियान चलाया जा रहा है.
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जिससे महिलाओं में खून की जांच करने, उन्हें दवा देने और उन्हें स्वस्थ्य रखने के लिए न्यूट्री गार्डन के लिए बीज आदि उपलब्ध करवाने लिए यह अभियान चलाया गया है. जिसकी शुरूआत मंगलवार से की गई है जो आने वाले दिनों में संपूर्ण जिले में लागू की जाएगी.
निजी मशीनरी को भी जोड़ा अभियान से
आईसीडीएस उप निदेशक न्यौला ने बताया कि इस अभियान की सार्थकता के लिए सरकारी विभागों के साथ इस बार जिला कलेक्टर यूडी खान के निर्देशों के तहत प्राईवेट मशीनरी का भी सहयोग लिया गया है. उन्होंने बताया कि अभियान के तहत ग्रामीण स्तर पर पहले मेडिकल टीम की ओर से खून की जांच की जाएगी.
इसके बाद जिन महिलाओं और बालिकाओं में खून की कमी है. उन्हें आयरन की दवाईयां दी जाएगी. साथ ही भविष्य में उन्हें इस तरह की समस्या का सामना नहीं करना पडे इसके लिए विभाग की ओर से उन्हें घर पर ही न्यूट्री गार्डन विकसित करने के सुझाव और आवश्यक बीज उपलब्ध करवाए जाएंगे.