झुंझुनूं.जिले के खेतड़ी में 7 हजार एकड़ में बनाए जा रहे बांसियाल कंजर्वेशन रिजर्व सेंचुरी में कांटेदार की जगह फलदार पौधे लगाए जाएंगे. वन व पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई ने बुधवार खेतड़ी में पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित वन महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जिन पहाड़ों में जिस तरह के पौधों की जरूरत है, पहाड़ों की जो प्रकृति है, उसी के अनुरूप पौधे लगाए जाएंगे.
खेतड़ी में रणथंभौर और सरिस्का की तर्ज पर बनाए जाएंगे अभयारण्यः सुखराम विश्नोई - rajasthan
वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई ने कहा है कि पहाड़ी क्षेत्रों में जलवायु के अनुरूप पौधे लगाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि खेतड़ी को पर्यटन और रोजगार के साथ जोड़ने लिए रणथंभौर और सरिस्का जैसा ही अभयारण्य खेतड़ी में भी बनाया जाएगा. जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार और व्यापार के संसाधन बढ़ेंगे.
बता दें, पर्यावरण दिव के मौके पर वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई ने बुधवार खेतड़ी में आयोजित वन महोत्सव कार्यकर्म में कहा कि जिन पहाड़ों में जिस तरह के पौधों की जरूरत है, पहाड़ों की जो प्रकृति है, उसी के अनुरूप पौधे लगाए जाएंगे. इस दौरान उन्होंने कहा कि खेतड़ी को पर्यटन और रोजगार के साथ जोड़ने लिए रणथंभौर और सरिस्का जैसा ही अभयारण्य खेतड़ी में भी बनाया जाएगा. जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार और व्यापार के संसाधन बढ़ेंगे.
वहीं, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खेतड़ी विधायक और जिला कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि पर्यावरण दिवस के अवसर पर इस सेंचुरी में 5 हजार पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके अलावा सेंचुरी को सरकार बजट देकर विकसित करेगी. वहीं, इस दौरान कार्यक्रम में 40 साल से पर्यावरण को बचाने के लिए बड और पीपल के पेड़ लोगों को निशुल्क बांटने पर गोपाल कृष्ण शर्मा को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया.