झुंझुनूं. शिक्षित जिला होने और सरकारी नौकरी के प्रति क्रेज की वजह से झुंझुनूं के लोग बांसवाड़ा से लेकर जैसलमेर तक के जिलों में सरकारी शिक्षक के रूप में भर्ती हो जाते हैं. बाद में राजनीतिक पहुंच या अन्य किसी जुगाड़ से वापस झुंझुनू में तबादला करवा लेते हैं. ऐसे में यहां पर बड़ी संख्या में अधिशेष शिक्षक हैं. लेकिन अब प्रारंभिक शिक्षा विभाग में सेटअप परिवर्तन के तहत समानीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है. ऐसे में बड़ी संख्या में शिक्षकों को जिले से बाहर का रास्ता देखना पड़ सकता हैं.
झुंझुनू से बड़ी संख्या में शिक्षक होंगे जिला बदर, समानीकरण की लटक रही तलवार - अधिशेष शिक्षक
झुंझुनूं में अब पांच से 7 जून को जिला कार्यालय की ओर से पोर्टल पर अधिशेष शिक्षकों की मैपिंग व सूचियों का प्रकाशन किया जाना है. इसके बाद अधिशेष शिक्षकों की ऑनलाइन काउंसलिंग में मैपिंग होगी और जिला स्थापना समिति से अनुमोदन के बाद अधिशेष शिक्षकों का तबादला होना लगभग तय है.
इन विषयों के शिक्षकों का किया जाएगा समानीकरण
विद्यालय में हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, तृतीय भाषा एवं सामान्य शिक्षकों का समानीकरण किया जाएगा. शिक्षा विभाग की ओर से जारी दिशा-निर्देश के अनुसार स्टाफिंग पैटर्न दल की ओर से पोर्टल पर ऑनलाइन सत्यापन किया जा रहा है. अब पांच से 7 जून को जिला कार्यालय की ओर से पोर्टल पर अधिशेष शिक्षकों की मैपिंग व सूचियों का प्रकाशन किया जाना है. इसके बाद अधिशेष शिक्षकों की ऑनलाइन काउंसलिंग में मैपिंग होगी और जिला स्थापना समिति से अनुमोदन के बाद अधिशेष शिक्षकों का तबादला होना लगभग तय है.
छात्र संख्या को माना जाएगा आधार
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार प्रत्येक उच्च प्राथमिक स्कूल में एक हेडमास्टर का पद होगा. अगर उच्च प्राथमिक स्कूल में 105 से ज्यादा विद्यार्थी हैं तो वहां पर थर्ड लेवल टू के 4 पद होंगे. वहीं एक से पांचवीं तक स्कूल में जहां डेढ़ सौ से ज्यादा विद्यार्थी हैं. वहां पर एक पद सेकंड ग्रेड का होगा. वहीं इससे कम विद्यार्थी होने पर यह भी तय किया जाएगा कि यहां हेडमास्टर का पद रखना है या नहीं. वहां पर हेडमास्टर का पद अन्य स्टाफ ही देखेगा.