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Special: देश का पहला शौर्य उद्यान बना झुंझुनू में, रणबांकुरों के इतिहास और वीरता से हो सकेंगे रू-ब-रू

देश में हर समय हमारी सेना के जवानों के साहस और शहीदों के शौर्य की कहानियां कही और सुनी जाती हैं. इन्हीं कहानियों के बीच बड़े फख्र के साथ झुंझुनू जिले का भी अक्सर जिक्र होता है. इस जिले में शहीदों के शौर्य के नाम पर सरकार का वादा अब पूरा हो चुका है. जिला मुख्यालय से करीब 10 किमी दूर दोरासर में साल 2015 में शौर्य उद्यान की घोषणा की गई थी और इसके लिए करीब 4.5 करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया गया था, जो अब बनकर तैयार हो चुका है.

शौर्य उद्यान, shaurya garden
शौर्य उद्यान

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Published : Jan 14, 2020, 1:45 PM IST

Updated : Jan 14, 2020, 2:47 PM IST

झुंझुनू.देश को सबसे अधिक शहीद और सैनिक देने वाले झुंझुनू जिले को जल्द ही नई सौगात मिलने वाली है, जिसमें यहां के शौर्य के साथ भारत की वीरता भी प्रदर्शित की जाएगी. देश की रक्षा करते हुए जान गवाने वाले रणबांकुरों की बहादुरी और शौर्य को चिर स्थाई बनाने के लिए दौरासर गांव में बन रहे सैन्य शक्ति इस स्मारक का कार्य पूरा हो गया है. दोरासर गांव में बने सैन्य शक्ति स्मारक में शहीद हुए सैनिकों को समर्पित इस भवन में दो एग्जीबिशन गैलरी और एक प्लाजा ऑफ फ्रीडम बनाया गया है.

शेखावाटी की धरा पर शौर्य उद्यान बन कर तैयार...

शेखावाटी की धरा पर झुंझुनू में बने शौर्य उद्यान को जल्दी ही आम जनता के लिए खोला जाने वाला है. इसका कार्य पूरा हो चुका है और अब इसे उद्घाटन का इंतजार है. इस शौर्य उद्यान में बिल्डिंग के बाहर एक बैटल फील्ड दिखाया गया है, जिसमें युद्ध के दौरान सैनिक की 12 पोजीशन दिखाई गई है. प्लाजा ऑफ फ्रीडम के बीच में अमर जवान ज्योति का प्रतीक लगाया जाएगा. इसमें करीब 4.5 करोड़ रुपए की लागत आई है.

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शौर्य उद्यान में प्रवेश करते ही 13 हजार 500 वर्ग फीट में प्लाजा ऑफ फ्रीडम बनाया है. इसमें परमवीर चक्र विजेता और अन्य महत्वपूर्ण पदक जीतने वाले शहीदों की आवक्ष की संगमरमर की मूर्तियां लगाई जाएंगी. यहां 42 मूर्तियों के लिए 22 ब्लॉक्स बनाए हैं. मूर्तियां ग्लास में ढकी रहेंगी, इसी ब्लॉक में अमर जवान ज्योति का स्ट्रक्चर बनाया गया है.

कुछ अलग भी...

ब्लॉक 1 में उन वीरों की गाथाएं हैं, जिन्होंने बेहतर रण कौशल का प्रदर्शन किया है. यह एग्जीबिशन ब्लॉक 7 हजार 500 वर्ग फीट में बनाया गया है. इस ब्लॉक में तीनों सेनाओं के युद्ध की जानकारी है. तीनों सेनाओं की रैकिंग पदक और यूनिफॉर्म की जानकारी भी दी गई है. देश में अब तक हुए महत्वपूर्ण युद्ध और सेना के कौशल का 2D और 3D में प्रदर्शन किया जाएगा.

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इस ब्लॉक में सेना के उन वीरों की गाथा होगी, जिन्होंने युद्ध के दौरान बेहतर रण कौशल का प्रदर्शन किया था. तीनों सेनाओं के हथियार, समुंदर, एयर क्राफ्ट और जहाज के प्रतिकों का भी 2D और 3D प्रदर्शन किया जाएगा. इसमें राजस्थान के शहीदों की मूर्तियां लगाई जाएंगी और मिनी थिएटर भी बनाया गया है. इसमें 75 लोग फिल्म के माध्यम से शौर्य गाथाएं देख पाएंगे.

Last Updated : Jan 14, 2020, 2:47 PM IST

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