झुंझुनू. स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया ने बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए एचआरडी मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन की प्रतियां जलाईं. संगठन के वीरेंद्र चौधरी के नेतृत्व में संगठन के पदाधिकारियों और सदस्यों ने यूजीसी और एचआरडी मंत्रालय की ओर से परीक्षा करवाने के नियमों का विरोध किया. इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.
एसएफआई ने एचआरडी मंत्रालय की गाइडलाइन की प्रतियां जलाईं विरोध-प्रदर्शन के दौरान पदाधिकारियों की ओर से कहा गया कि देश में कोरोना महामारी के संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने पहले सभी परीक्षाओं को रद्द कर विद्यार्थियों को प्रमोट करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अब राजनीति के चलते बची हुई परीक्षाएं करवाने की तैयारी की जा रही है. केंद्र और राज्य सरकार की लड़ाई में विद्यार्थियों को टेस्टिंग किट बना दिया गया है. संगठन ने सभी विद्यार्थियों की परीक्षा रद्द कर उन्हें अगली कक्षा में प्रमोट करने की मांग की है.
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बड़े आंदोलन की दी गई चेतावनी
उन्होंने चेतावनी दी है कि मांगें नहीं मानी गईं तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा. कहा कि इस तरह से परीक्षाएं करवाई गईं तो विद्यार्थियों में बड़ी संख्या में कोरोना वायरस का संक्रमण फैल सकता है और विद्यार्थियों काे बड़े संकट का सामना करना पड़ा सकता है. इसलिए किसी भी हालत में इस समय परीक्षा करवाना उचित नहीं है.