झुंझुनू. देशभर में लॉकडाउन के चारों चरण खत्म होने और उसके बाद अनलॉक का प्रथम चरण शुरू होने के साथ ही बसों का संचालन भी शुरू किया गया है, लेकिन उनमें सवारियां नहीं मिल रही है. कोरोना संकट के चलते करीब ढाई महीने तक रोडवेज की बसें बंद थी. बस को पिछले 2 दिनों से संचालित किया जा रहा है, लेकिन सवारियां नहीं मिलने से स्थानीय रूप से चलने वाली बसें रद्द करनी पड़ रही है.
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झुंझुनू डिपो को फिलहाल 5 बसें संचालित करने के आदेश दिए गए हैं, इनमें दो बसें जयपुर जा रही हैं, उनमें तो फिर भी यात्री भार मिल रहा है, लेकिन हिसार और स्थानीय रूप से चलने वाली बसों में यात्री बिल्कुल नहीं आ रहे हैं.
हिसार चलाई लेकिन अन्य रद्द
दूसरे राज्य में जाने वाले लोगों और हरियाणा से जुड़े होने की वजह से झुंझुनू जिले से कम यात्री भार के बावजूद हिसार की बस संचालित की गई है, लेकिन अन्य जो बसें स्थानीय रूप से चलाई गई थी और उनमें एक या दो यात्री होने की वजह से उनको 2 दिन से लगातार रद्द करना पड़ रहा है, इसमें खेतड़ी, सीकर की बसों में बैटरी से चलने के बाद बस में केवल एक यात्री ने सफर किया. ऐसे में उसको झुंझुनू के बाद रद्द कर दिया गया. वेलकम यात्री भार के चलते ही झुंझुनू से पिलानी झुंझुनू से सीकर के बीच बसों को भी निरस्त करना पड़ा.
हरिद्वार जाने वाली स्पेशल बस में पूरा यात्री भार
वहीं लॉकडाउन में बसे नहीं चलने की वजह से जिले के जिन घरों में मृत्यु हुई थी, उनके परिवार वालों ने मृतकों की अस्थियां अभी तक सुरक्षित घर या आसपास ही रखी हुई थी. हरिद्वार की बस चलते ही अस्थियां लेकर वे लोग रवाना हुए है. ऐसे में हरिद्वार जाने वाली बस में पूरा यात्री भार देखा गया, लेकिन सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए अलग-अलग यात्रियों को बैठाया गया है.