झुंझुनू. विश्व पर्यावरण दिवस पर जिले में दिनभर लोगों ने पूरे उत्साह के साथ जगह-जगह पौधरापण व कार्यशाला का आयोजन कर विश्व पर्यावरण दिवस मनाया. इसमें अनेक राजकीय व निजी कार्यालयकर्मी, सामाजिक संगठन व उनके पदाधिकारी, बैककर्मी, स्काउट, स्वास्थ्यकर्मियों ने पौधे लगाए. इसी में जिला कारागार परिसर में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर नेचुरल ऑक्सीजन प्लांट रूपी पौधे लगाए गए. जेल उपाधीक्षक भैरो सिंह राठौड़, चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेन्द्र सिंघोया, एलटी नरेंद्र कुमार, नर्सिंग स्टाफ सुमन, जेल प्रभारी जसवीर सिंह ने मिलकर 50 से अधिक पौधे लगाए.
यूपीएचसी बसंत विहार में पौधरोपण
जिला मुख्यालय बसन्त विहार स्थित यूपीएचसी में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधरोपण किया गया. प्रभारी डॉ. पारुल महला, लेखाकार प्यारेलाल, फार्मासिस्ट सुमन, एएनएम सुनीता चौधरी, सुनीता बुडानिया और योग प्रशिक्षक संजय सिंह ने मिलकर यूपीएचसी परिसर में दर्जनों पौधे लगाए. उल्लेखनीय है कि यूपीएचसी में हर्बल गार्डन पहले ही विकसित किया जा चुका है जहां पर रोज योग शिविर आयोजित किया जाता है.
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बैककर्मियों ने पौधरोपण कर दी पर्यावरण संरक्षण की सीख
इसी प्रकार विश्व पर्यावरण दिवस पर स्थानीय बैंक ऑफ बड़ौदा क्षेत्रीय कार्यालय एवं अग्रणी बैंक कार्यालय की ओऱ से बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान झुंझुनू में पौध रोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमे झुंझुनू क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक एवं सहायक महाप्रबंधक बनवारी लाल सुंडा समेत अन्य अफसरों व कर्मचारियों ने पौधे लगाए.
पौधे लगाकर ली सार-संभाल की जिम्मेदारी
इसी प्रकार नरहड़ के पावडिया जोहड़ के राजकीय प्राथमिक विद्यालय व मंदिर प्रांगण में रामकृष्ण जयदयाल डालमिया सेवा संस्थान के पर्यवेक्षक बलवान सिंह के सानिध्य में कोरोना प्रोटोकाल की पालन करते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए 21 छायादार पौधों जिनमें नीम, पीपल, बरगद आदि का पौधारोपण किया गया. साथ ही पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था के लिए 5 परिंडे भी लगवाये. इनमें नियमित पानी भरने की जिम्मेदारी दी गई.
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सामुदायिक सहभागिता से ही पर्यावरण संरक्षण संभव: डॉ. भुवनेश जैन
झुंझुनू में विश्व पर्यावरण दिवस पर सामाजिक संगठन रॉयल इंडियन ह्यूमन सोसायटी राजस्थान की ओऱ से पर्यावरण संरक्षण में सामुदायिक सहभागिता एवं दायित्व विषय पर राज्य स्तरीय आभासी कार्यशाला का आयोजन किया गया. संस्था अध्यक्ष विजय हिंद जालिमपुरा ने बताया कि आज वर्तमान में संपूर्ण विश्व के प्राणी जगत के कल्याण के लिए पर्यावरण संरक्षण ही प्राथमिक कर्तव्य है. मुख्य वक्ता रहे नेहरू युवा केंद्र राजस्थान के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. भुवनेश जैन ने बताया कि पर्यावरण हमारे जीवन का आधार है और इसके संरक्षण के लिए हमें मिलकर एक साथ उपयोगी कदम उठाने होंगे.
प्रकृति की अनदेखी का खामियाजा भुगत रहे हम
डॉ. जैन ने अपनी किताब का हवाला देते हुए बताया कि किस प्रकार प्रकृति हमें निशुल्क रूप से ऐसे अनेक पदार्थ और पादपों का पोषण प्रदान करती है, जिससे हम उसकी रक्षा कर सकें परंतु जाने अनजाने में गत कुछ दशकों से हमने इस ओर विशेष ध्यान नहीं दिया और खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है. कार्यशाला में बतौर अतिथि वक्ता संबोधित कर रहे पूर्व सदस्य राजस्थान किसान आयोग एवं कृषि वैज्ञानिक डॉ. हनुमान प्रसाद ने बढ़ती हुई जनसंख्या और कृषि में अधिक मात्रा में फर्टिलाइजर का उपयोग करना पर्यावरण के लिए अहितकारी बताया.
कार्यशाला में संबोधित कर रहे राष्ट्रपति अवार्ड विजेता और पर्यावरण प्रेमी लक्ष्मण लापोडिया जयपुर ने सभी युवाओं को अपने जीवन के पर्यावरण शिक्षण के प्रति किए हुए कार्यों की जानकारी दी और बताया कि किस प्रकार बीजारोपण कर शुष्क मरुस्थल में सघन पौधरोपण कर हम उसकी कायाकल्प कर सकते हैं. वहीं राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता डॉ. रामदयाल सेन ने नेहरू युवा मंडल के माध्यम से सभी मुक्तिधाम, सामाजिक स्थल और विद्यालयों में वृक्ष लगाकर इस मुहिम से जुडऩे का आह्वान किया.