झुंझुनू.जिले में लॉकडाउन के दौरान महात्मा गांधी नरेगा में श्रमिक नियोजन की छूट मिलने के 15 दिन बाद श्रमिकों की संख्या शून्य से 19,000 हजार पहुंच चुकी है. 15 दिन पहले जिला परिषद के सीईओ की ओर से प्रत्येक पंचायत में औसत 50 श्रमिक नियोजन का लक्ष्य दिया गया था. जो मंगलवार को पूरा हो गया है.
अब तक जो लोग मनरेगा में काम करने से झिझक महसूस कर रहे थे. वे भी उत्साह से रोजगार के लिए पंजीकरण करवा रहे हैं. शहरों में काम बंद होने के कारण काफी संख्या में लोग अपने गांवों में आ गए हैं और ग्राम पंचायतों में जॉब कार्ड बनवा रहे हैं.
मनरेगा की 'अपना खेत, अपना काम' योजना के प्रति भी लोग उत्साहित हैं. पिछले एक सप्ताह के दौरान जिले में 3000 से ज्यादा लोगों ने अपने खेतों में सरकारी खर्च से कुण्ड, बागवानी, समतलीकरण आदि के लिए पंजीकरण कराया है. जिला कलेक्टर की ओर से पिछले एक सप्ताह के दौरान 500 से ज्यादा व्यक्तिगत काम स्वीकृत किए गए हैं. जिला परिषद के सीईओ रामनिवास जाट ने बताया कि 15 मई तक 10 हजार व्यक्तिगत काम स्वीकृत कर मई के अंत तक सभी कामों को चालू करने और प्रत्येक ग्राम पंचायत में 100 से ज्यादा श्रमिक लगाने का लक्ष्य है.