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झुंझुनू: देरवाला पहाड़ी खनन मामले में लीज धारक और ग्रामीण हुए आमने-सामने

झुंझुनू जिला मुख्यालय से करीब 8 किलोमीटर दूर देरवाला पहाड़ी में खनन के मामले में विवाद दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है. ग्रामीण जहां अवैध खनन का आरोप लगा रहे हैं तो दूसरी ओर यह मामला प्रशासन की भी मुश्किलें बढ़ाता नजर आ रहा है.

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Published : Nov 5, 2019, 9:46 AM IST

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झुंझुनू. जिले के देरवाला पहाड़ी में खनन का विवाद मानो खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. पिछले कई महीनों से पहाड़ी के लीज धारक और गांव वासियों में विवाद चल रहा है. अब सोमवार को एक बार वापस गांव वाले एकत्रित हो गए और गोगामेड़ी पर धरना देने लग गए. इसके अलावा 3 गांव के लोगों की बैठक भी बुलाई गई थी.

देरवाला पहाड़ी खनन मामले में लीज धारक और ग्रामीण हुए आमने-सामने

बैठक के दौरान आशंका थी कि कहीं गांव वाले एकत्रित होकर खनन की जगह पर नहीं चले जाएं और दोनों पक्ष आमने-सामने होने पर कानून व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति सामने ना आ जाए. ऐसे में प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात कर दिया और ग्रामीणों को गोगामेड़ी से आगे नहीं बढ़ने दिया. वहीं गांव वालों की मानें तो लीज धारक अपने समझौते से मुकर रहा है.

यह है विवाद

दरअसल, देरवाला पहाड़ी के लीज धारक ने कई साल लीज खुद चलाई. जिसके बाद लीज धारक ने लीज अन्य व्यक्ति को सब ठेके पर दे दी. गांव वालों का कहना है कि वर्तमान में जो लीज चला रहे हैं, वह गांव वालों के साथ अभद्र व्यवहार करते हैं. लीज में जो गांव के स्थानीय लोग तीन पीढ़ियों से वहां काम करते थे, उन्हें भी पहाड़ी में मजदूरी नहीं देते.

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देरवाला पहाड़ी में पहले भी कई बार लीज धारक और ग्रामीणों में विवाद हो चुका है. इस पर एक 20 सूत्रीय मांग पत्र पर पहले भी समझौता हो चुका है. लेकिन लीज धारक किए गए सभी वादों से मुकर गया है. जिससे नाराज ग्रामीण सोमवार लीज के पास गोगाजी की मेड़ी पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए. धरने की सूचना पर जिला प्रशासन भी देर वाला पहाड़ी पर तैनात हुआ. लीज धारक और ग्रामीणों को समझाइश की लेकिन अभी धरना जारी है.

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