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झुंझुनूं के लाल जयसिंह का सैन्य सम्मान से अंतिम संस्कार, बेटी ने दी मुखाग्नि - बेटी ने दी मुखाग्नि

झुंझुनूं के सेना में सिपाही जयसिंह बांगडवा का अंतिम संस्कार शुक्रवार को सैन्य सम्मान के साथ किया (Last rites of Jhunjhunu jawan Jai Singh) गया. उनकी अंतिम यात्रा में जन प्रतिनिधि और सैंकड़ों की संख्या में आम लोग शामिल हुए. जयसिंह को उनकी बेटी ने मुखाग्नि दी. बता दें कि सिपाही जयसिंह फिजिकल टेस्ट के दौरान अचेत हो गए थे और हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया था.

Last rites of Jhunjhunu jawan Jai Singh in his ancestral village
झुंझुनूं के लाल जयसिंह का सैन्य सम्मान से अंतिम संस्कार, बेटी ने दी मुखाग्नि

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Published : Oct 21, 2022, 4:56 PM IST

Updated : Oct 22, 2022, 6:20 AM IST

झुंझुनूं. सेना में सिपाही जयसिंह बांगडवा को शुक्रवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी (Last rites of Jhunjhunu jawan Jai Singh) गई. सिपाही को उनकी 7 साल की बेटी ने मुखाग्नि दी. इससे पहले सिपाही की अंतिम यात्रा पैतृक गांव में निकाली गई. अंतिम यात्रा में सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा, झुंझुनूं सांसद नरेंद्र कुमार खिचड़, पूर्व विधायक शुभकरण चौ​धरी सहित सैंकड़ों लोग शामिल हुए.

बता दें कि जयसिंह का छोटा भाई भी सेना की इसी बटालियन में था. उसका 30 नवंबर, 2021 को निधन हो गया था. 30 नवंबर को शहादत की बरसी थी. इसी दिन बड़े भाई को अपने छोटे भाई की शहीद प्रतिमा का अनावरण करना था. उससे पहले ही बड़ा भाई जो 106 पैरा ( टी.ए) एयरबोर्न में सिपाही पद पर तैनात था, फिजिकल टेस्ट के दौरान अचेत होकर गिर गया. हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया.

पढ़ें:झुंझुनू का लाल शहीद: छोटे भाई की बरसी से पहले बड़े भाई का निधन, कल सैन्य सम्मान से होगा अंतिम संस्कार

दुड़िया गांव निवासी जयसिंह बांगड़वा पुत्र ताराचंद बांगड़वा बंगलौर में 106 पैरा (टीए) एयरबोर्न में सिपाही की पोस्ट पर सेवारत था. उनकी 11 साल पहले 16 दिसंबर, 2011 को भर्ती हुई थी. 2013 तक बंगलौर की इसी यूनिट में अपनी ट्रेनिंग पूरी की. इसके बाद वह 6 साल तक जम्मू के खुनू में रहे. सिपाही के एक 7 साल की बेटी है. जय सिंह और पिंटू की पत्नियां सगी बहनें हैं.

Last Updated : Oct 22, 2022, 6:20 AM IST

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