झुंझुनूं. पुलवामा हमले में शहीद हुए खेतड़ी के लाल श्योराम गुर्जर के गांव में पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची है. शहीद की पत्नी सहित गांव की अन्य औरतों को हरियाणा से पानी लाना पड़ रहा है.
वहीं, शहीद की अंत्येष्टि के दौरान गांव में आए मंत्री और विधायकों ने पानी के लिए बड़े-बड़े आश्वासन दिए थे. लेकिन अभी तक किसी ने सुध नहीं ली है. शहीद श्योराम का गांव टीबा राजस्थान और हरियाणा के बॉर्डर पर है. खेतड़ी क्षेत्र में कुंभाराम नहर की लाइन डाली जा चुकी है. लेकिन, 3000 की आबादी और लगभग 400 घरों की बस्ती गांव टीबा में इसकी लाइन नहीं डाली गई है.
झुंझुनूं: शहीद श्योराम के गांव में पानी की कमी
मटके से लाते हैं पानी या फिर टैंकर से
अभी गांव वाले टैंकरों से पानी की व्यवस्था कर रहे हैं. या फिर हरियाणा के दनचौली गांव से पानी ला रहे हैं. गांव के लोग बताते हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, वर्तमान सांसद नरेंद्र खींचड़, विधायक जितेंद्र सिंह गुर्जर सभी ने यह आश्वासन दिया था कि गांव में जल्द ही पानी की व्यवस्था कर दी जाएगी. गांव में एकमात्र टंकी जोहड में बनी हुई थी, इसमें बोरवेल से पानी आता था. लेकिन 1 महीने से उसकी भी मोटर खराब है. प्रशासन और जलदाय विभाग के अधिकारी इसे भी ठीक नहीं करवा रहे हैं.
एसडीम कार्यालय के सामने धरने की चेतावनी
खुद शहीद की पत्नी वीरांगना सुनीता देवी ने भी अपना दर्द बताते हुए कहा कि मेरे को हरियाणा से पानी लाना पड़ता है. शहीद के परिवार में ग्रामीणों के साथ मिलकर चेतावनी दी है कि अगर सात दिन में पानी की व्यवस्था नहीं हुई तो एसडीएम कार्यालय के आगे धरने पर बैठेंगे.