झुंझनू.वामपंथी दलों से जुड़े हुए अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत जिले के तहसील कार्यालयों पर रविवार को क्रांति दिवस पर गिरफ्तारी आंदोलन किया. संघर्ष समन्वय समिति के घटक संगठनों के सदस्यों ने इसमें भाग लिया.
भारत छोड़ो आंदोलन दिवस पर 'कॉरपोरेट भगाओ, किसान बचाओ' नारे के साथ देशभर के ढाई सौ किसान संगठन, ट्रेड यूनियन और छात्र नौजवान संगठन, मोदी सरकार की किसान, मजदूर, छात्र- नौजवान विरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन किया गया.
इन मांगों को लेकर किया गया आंदोलन
मोदी सरकार द्वारा लाए जा रहे तीन किसान विरोधी अध्यादेशों कृषि उपज, वाणिज्य एवं व्यापार (संवर्धन और सुविधा) अध्यादेश 2020, मूल्य आश्वासन पर (बंदोबस्ती और सुरक्षा) समझौता कृषि सेवा अध्यादेश 2020, आवश्यक वस्तु अधिनियम (संशोधन) 2020 को वापस लेने, किसानों के संपूर्ण कर्ज मुक्ति का कानून पास करने, कोरोना दौर का सभी किसानों का रबी फसल का कर्ज माफ करने, समूहों के कर्ज माफ करने, उनकी वसूली पर रोक लगाने, प्रत्येक फसल, सब्जी, फल, और दूध का एम एस पी कम से कम लागत से पचास फीसदी अधिक घोषित करने, इस दाम पर फसल खरीद की गारंटी करने, खरीद न करने पर फौजदारी जुर्म घोषित करने.