झुंझुनूं. कोरोना महामारी के चलते जिला प्रशासन के अनुसार धार्मिक स्थालों पर मेलों में आने वाले कांवड़ियों और मंदिरों एवं दरगाहों पर आने वाले श्रद्धालुओं पर पाबंदी जारी रहेगी. ग्रामीण क्षेत्रों में 50 से कम संख्या में धार्मिक स्थलों पर राज्य सरकार ने सोशल डिस्टेनसिंग, मास्क पहनने एवं सरकार की तरफ से जारी गाइड लाइन की पालना करते हुए, धार्मिक स्थलों पर जाने की इजाजत दे दी है, लेकिन शहरी क्षेत्रों में इस पर फिलहाल रोक रहेगी. जिला कलेक्टर उमरदीन खान ने कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक के बाद SDO को इस बारे में निर्देश दिए. धार्मिक गुरुओं एवं साधु-संतों से इसे पूरा करने की अपील की.
धार्मिक स्थलों को लेकर जारी हुई गाइडलाइन जारी गाइडलाइन की करनी होगी पालना
जिला कलेक्टर उमरदीन खान ने कहा है कि जिले के सभी धार्मिक स्थलों पर दिनभर में 50 से कम श्रद्धालु दर्शन करने आएं. सरकार की ओर से जारी गाइड लाइन की पालना करवाई जाए. इसके लिए सभी SDO को निर्देश दिए गए. साथ ही नमाज के लिए मौलवी मुअजिन और जो पहले निर्धारित मुतवल्ली आ रहे थे वे ही नमाज अदा करेंगे.
खान ने कहा कि जिले में धार्मिक स्थलों के पास इस बारे में जानकारी देने वाली वॉल पेंटिंग करवाई जाए. बैठक में मलसीसर एसडीएम डॉ. अमित यादव, एएसपी वीरेंद्र मीणा, झुंझुनूं एसडीएम सुरेन्द्र यादव सहित सभी एसडीओ एवं धार्मिक गुरु मौजूद थे.
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कोरोना महामारी से बचाव हेतु राजस्थान सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग की ओर से 3डी होलोग्राफिक प्रोजेक्शन वाहन के माध्यम से जिले में प्रचार प्रसार किया गया. जिले के सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के संयुक्त निदेशक शाहिद अहमद के पर्यवेक्षण में नेहरू पार्क के पास इस प्रोजेक्शन यूनिट के माध्यम से 3डी विडियो के माध्यम से कोरोना से बचाव और रोकथाम हेतु लोगों को जागरूक किया गया.
वीडियो के माध्यम से लोगों को यह भी बताया गया कि राजस्थान में हर दिन लगभग 25 हजार टेस्ट किये जा रहे हैं, तथा कोरोनो से रिकवरी दर 77% से ज्यादा है, जो भारत में सबसे ज्यादा है. इसके साथ ही लोगों को “जो सतर्क, वही सिकंदर” का सन्देश भी दिया गया.