झुंझुनू.भारतीय रिर्जव बैक ऑफ इंडिया की ओर से कुछ समय से ग्रामीण महिलाओं को बैंकिंग सेवा से जोड़ने के लिए विशेष मुहिम शुरू की गई है. जिससे ग्रामीण महिलाएं भी रोजगार परख प्रशिक्षण प्राप्त कर विभिन्न योजनार्गत ऋण योजनाओ का लाभ उठाकर गांव और देश के विकास में अपनी भागीदारी तय कर सके. इसी मुहिम के तहत आरबीआई के वित्तिय साक्षरता सप्ताह के तहत गांव आसलवास में महिलाओं के लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस अवसर पर बैक ऑफ बडौदा शाखा आसलवास की ओर से ग्राम आसलवास में सरपंच निवास के सामने आरबीआई के सहायक महाप्रबंधक जयप्रकाश की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित हुआ.
ग्रामीण महिलाओं को बताई बैंक खाते की ताकत
इस दौरान ग्रामीण महिलाओं को डिजिटलाइजेशन, वित्तिय अनुशासन, समय पर ऋण चुकौती, जिम्मेवारी के साथ ऋण वापसी, सिबिल स्कोर आदि के बारे में जानकारी दी गई. मुख्य अतिथि रतनलाल वर्मा ने उपस्थित 50 से अधिक स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को समूह एसएचजी बनाने, बचत की आदत डालने, बैक में बचत खाता खोलने और ऋण के लिए बैक लिंकेज के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने बताया कि किस प्रकार एक ग्रामीण महिला अपने बैक खाते को अपनी आर्थिक ताकत का रूप दे सकती है.