चिड़ावा (झुंझुनूं). जिले के चिड़ावा कस्बे में लाडो वर्षा को घोड़ी पर बैठाकर बिंदोरी निकाली गई. बिंदोरी के जरिये बेटी बचाने का संदेश दिया गया. इसमें ससुराल पक्ष भी शामिल हुआ. बता दें कि बेटी के ससुर निरंजनलाल शर्मा ने बताया कि समाज में बेटी और बेटों में फर्क नहीं समझना चाहिए. इन्होंने बताया कि बेटी की घोडी पर बैठाकर बिंदोरी निकालकर समाज को बेटी बचाने का संदेश दिया गया है. बेटी के ससुर ने कहां कि वह उनकी बहू नहीं बल्कि बेटी है.
इस दौरान लाडो वर्षा ने बताया कि उन्हें खुशी है कि उनके परिवार ने समाज को संदेश दिया है कि बेटी और बेटों में किसी प्रकार का फर्क नहीं समझना चाहिए. उनकी बिंदोरी निकाली गई, उन्हें बेहद खुशी है.