खेतड़ी (झुंझुनू).खेतड़ी पंचायत समिति का रंवा गांव हॉकी में राजस्थान का मिनी पंजाब कहलाता है. पिछले 13 साल में हॉकी में नेशनल और राज्य स्तर के खिलाड़ी निखर कर सामने आए हैं. गांव का नाम हॉकी के खेल में राजस्थान स्तर पर सुनहरे अक्षरों में लिखा हुआ है.
यह सारी उपलब्धि खेल शिक्षक उमेश कुमार स्वामी के 2007 में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पीटीआई बन कर आने के बाद हुई. उन्होंने आते ही राष्ट्रीय खेल हॉकी को बच्चों को सिखाना शुरू किया और बच्चों के साथ स्वंय भी जमकर मेहनत की. जिसका परिणाम उसी साल जिला स्तर पर हॉकी में रंवा की टीम ने विजेता बनकर दिया. साथ ही राज्य स्तर पर झुंझुनू जिले की टीम बन कर प्रतिनिधित्व किया.
इसके बाद छात्र-छात्राओं में ऐसा जुनून पैदा हुआ कि 2019 तक आते-आते रंवा गांव हॉकी की नर्सरी बन गया. 14 खिलाड़ी नेशनल तक खेल चुके हैं जिनमें से दो छात्राएं हैं. राज्य स्तर पर लगभग 80 छात्र-छात्राएं खेल चुके हैं. 2010 और 2011 में 2 साल लगातार राज्य स्तरीय हॉकी प्रतियोगिता में उपविजेता भी रहे हैं. पीटीआई उमेश कुमार भी हॉकी में ऐसे समर्पित हुए कि खिलाड़ियों को निखारने में कमी नहीं छोड़ रहे.
भामाशाह और जनप्रतिनिधियों का भी रहा सहयोग
पीटीआई उमेश कुमार को हॉकी की टीम बनाने की जिद तो थी, लेकिन मैदान समतल नहीं था और खेल का सामान खरीदने के लिए ज्यादा पैसे भी नहीं थे. पीटीआई की गांव के बच्चों को हॉकी सिखाने की लगन को देख सरपंच रेखा जेवरिया, पूर्व सरपंच ठाकुर सिंह, मोहर सिंह, रामनिवास ने भामाशाह बनकर कर मैदान का समतलीकरण करवाया और खेल का सामान भी उपलब्ध करवाया. जब बच्चे चप्पलों में खेल कर विजेता बन रहे थे, तो पंचायत समिति प्रधान मनीषा गुर्जर ने भी खिलाड़ियों को अपनी तरफ से स्पोर्ट्स शूज प्रदान किए.
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