राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

यूनुस खान से मेरी कोई दोस्ती नहीं है : हनुमान बेनीवाल

नागौर की राजनीति में यूनुस खान और हनुमान बेनीवाल दो ध्रुव रहे हैं. अब आरएलपी तथा भाजपा में गठबंधन हो चुका है. लेकिन अब भी हालात वही है. झुंझुनू आए बेनीवाल ने यूनुस खान से किसी भी प्रकार की दोस्ती होने से इंकार कर दिया. इसके साथ ही उन्होंने यह कहते हुए भी तंज कसा कि यदि सीएम और डिप्टी सीएम यहां आ रहे हैं, तो वैसे ही रीटा की हार हो जाएगी.

मंडावा विधानसभा, झुंझुनू चुनाव, हनुमान बेनीवाल, झुंझुनूं समाचार, mandawa assembly, jhunjhunu election, hanuman beniwal, jhunjhunu news

By

Published : Oct 16, 2019, 3:00 PM IST

झुंझुनू.आरएलपी के राष्ट्रीय संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल झुंझुनू पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि टोल नाके पर पूर्व मंत्री यूनुस खान के साथ पिटाई हुई थी. क्योकिं टोल पर बदमाश बैठे रहते हैं. साथ ही हनुमान बेनीवाल ने कहा कि मेरी उनसे कोई दोस्ती नहीं है और होगी भी नहीं. मैंने टोल मुक्त आंदोलन की बात कही थी और इसलिए आज यूनुस खान को याद कर रहा हूं.

हनुमान बेनीवाल ने कहा कि यूनुस खान से कोई दोस्ती नहीं है और ना होगी

बेनीवाल ने कहा कि गहलोत के समय में पहले भी टोल नाको पर बदमाशों ने मंत्रियों की पिटाई की है. इससे पहले हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस प्रत्याशी रीटा चौधरी को पहलवान बताते हुए कहा कि वे स्कूल कॉलेज के टाइम में कुश्ती करती थी और राजनीति उनका फील्ड नहीं है. राजनीति में वो कामयाब नहीं हो सकती हैं. निकाय चुनावों के बारे में पूछने पर बेनीवाल ने कहा कि कांग्रेस को डर है कि यदि प्रत्यक्ष रूप से चुनाव होगें तो उनकी हार निश्चित है, इसलिए गहलोत पार्षदों के माध्मय से चुनाव करवा रहे हैं.

यह भी पढ़ें- त्योहारी सीजन में सोने और चांदी के दाम में उतार-चढ़ाव, सोना 300 रुपये और चांदी 200 रुपये महंगी

जीत तय करेगी किसका प्रभाव ज्यादा

हनुमान बेनीवाल ने मंडावा विधानसभा के बारे में बात करते हुए कहा कि रीटा चौधरी के साथ मैं पहले भी विधायक रह चुका हूं. रीटा चौधरी के पिता ने यहां के लोगों को जागरुक नहीं होने दिया. लेकिन अब उपचुनावों के परिणाम ही यह बताएंगे कि कितना प्रभाव मेरा इस क्षेत्र में है. इसके साथ ही बेनीवाल ने इतना तक कह दिया कि मैं यह तो नहीं कहता कि हमारी लाखों वोटों से जीत हो जाएगी, लेकिन जीत तय हैं और गहलोत और रीटा की हार होना तय है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details