झुंझुनू.राजस्थान की गहलोत सरकार के आदेश के बाद प्रदेश की अंतरराज्यीय सीमाओं से अनधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के लिए राज्य की सभी अंतरराज्यीय सीमाओं को सील कर दिया गया है. केवल सरकार की अनुमति से ही लोगों का आवागमन हो रहा है. कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए किए जा रहे अलग-अलग प्रयासों के तहत हरियाणा और राजस्थान बॉर्डर भी सील है.
राजस्थान बॉर्डर को जब अचानक राज्य सरकार ने पूरी तरह से सील किया तो प्रशासन के सामने बड़ी समस्या थी कि आखिर हरियाणा और राजस्थान के बीच आने जाने वाले लोगों पर कैसे लगाम लगाई जा सके. दरअसल, कई कच्चे रास्ते भी हरियाणा को राजस्थान से जोड़ते थे और उन पर नाकाबंदी करना बड़ी टेढ़ी खीर थी. ऐसे में प्रशासन ने वहां पर स्थानीय रूप से उपलब्ध संसाधनों का उपयोग किया और नाकाबंदी के लिए पेड़ों के नीचे वाले तनों को काम में लिया. इसके अलावा और भी कई जुगाड़ लगाकर प्रशासन ने लोगों को रोकने की कोशिश की....
हरियाणा राजस्थान बॉर्डर प्रशासन की तैयारी और दावों की हकीकत जानने के लिए ईटीवी भारत मौके पर पहुंचा. जब हमने हरियाणा बॉर्डर पहुंचे तो वहां पर क्षेत्र के तहसीलदार, पुलिस उप अधीक्षक और स्थानीय पिलानी थाना अधिकारी खुद जायजा लेते हुए हमें वहां पर मिले....
बिना सर्वे और स्क्रीनिंग के प्रवेश नहीं:
यहां पर मौजूद राजस्थान के प्रशासन का एक ही प्रयास है कि यहां से कोई भी बिना पास और स्क्रीनिंग के नहीं गुजरे. इसके लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. मेडिकल और स्थानीय प्रशासन की टीम भी मौके पर मौजूद है. गर्मियों के दिनों में यहां तापमान 40 से 45 डिग्री के आसपास पहुंच जाता है. बावजूद इसके इस भीषण गर्मी में पुलिस और मेडिकल की टीमें पूरी तरह से मुस्तैद हैं.
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