झुंझुनू. जिले में बेटी की डोली और बेटों की बारात देखे बिना ही दलित किसान ने कर्जे से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. अब भामाशाहों ने सहायता देने के लिए कदम आगे बढ़ाए हैं.गांव कोलिंडा उत्तराधा में गरीबी से मजबूर होकर मौत को गले लगाने वाले किसान ताराचंद मेघवाल की बेटी और दोनों बेटों की शादी नियत समय पर होगी.
कर्जे से परेशान होकर किसान ने की आत्महत्या
झुंझुनू में दलित किसान ने कर्जे से परेशान होकर मौत को गले लगा लिया. वहीं जिला प्रशासन की प्रेरणा से पांच दानदाताओं ने पीड़ित परिवार को 1 लाख 36 हजार का आर्थिक सहयोग प्रदान किया.
जिला प्रशासन की प्रेरणा से पांच दानदाताओं ने पीड़ित परिवार को 1 लाख 36 हजार का आर्थिक सहयोग प्रदान किया. परिवार को सहायता देने के लिए अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्र अग्रवाल दानदाताओं को साथ लेकर कोलिंडा पहुंचे.जहां परिवार को संबल प्रदान करते हुए शादी के कार्यक्रम
तयशुदा तरीके से ही करने का निवेदन किया. एडीएम अग्रवाल और दानदाताओं ने 1 लाख 36 हजार की राशि ताराचंद के पिता भागीरथ मेघवाल और उसके बेटों को सौंपते हुए सरकार के स्तर पर हर संभव सहयोग दिलाने का आश्वासन दिया.