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Published : Sep 2, 2019, 11:44 AM IST

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स्पेशल रिपोर्टः इसलिए कहा जाता है डॉक्टर को 'धरती का भगवान'

चिड़ावा के सरकारी अस्पताल के दो डॉक्टरों ने अपेएडिक्स से ग्रसीत मरीज कविता की जान बचाई है. बता दें कि महिला का अपेएडिक्स फट गया और आंत में चिपक गया था. एक घंटे तक चले जटिल ऑपरेशन के बाद महिला का अपेएडिक्स का सफल ऑपरेशन किया गया है.

झुंझुनू चिड़ावा सरकारी अस्पताल, Chirawa Apedix successful operation

चिड़ावा (झुंझुनू).चिड़ावा का सरकारी अस्पताल का नाम जब भी आता है तो अक्सर हमारे जहन में एक ही सवाल आता है कि क्या यहां पर अच्छी चिकित्सा सेवाएं मिल पाएंगी. ये सवाल इसलिए भी जहन में आता है क्योंकि आयेदिन यह सरकारी अस्पताल अच्छे कार्यो के बजाए अन्य कारणों से सुर्खियों में रहता है. लेकिन इस बार चिड़ावा का सरकारी अस्पताल अच्छे कार्य के लिए सुर्खियों में है.

अपेएडिक्स का सफल ऑपरेशन कर डॉक्टरों ने दी चिड़ावा की कविता को नयी जिंदगी

जिले के चिड़ावा कस्बे में स्थित सरकारी अस्पताल में दो डॉक्टरों ने एक महिला की जान बचाई है. एक घंटे तक चले जटिल ऑपरेशन के बाद महिला का अपेएडिक्स का सफल ऑपरेशन किया गया है. अपेएडिक्स चाहे छोटा सा ही ऑपरेशन हो, लेकिन जांच में सामने आया था कि महिला का अपेएडिक्स फट गया है और आंत में चिपक गया. जिससे कारण ये ऑपरेशन जटिल हो गया था.

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बता दें कि चिड़ावा की कविता की तबीयत बिगड़ी तो ये सरकारी अस्पताल आई. यहां पर सीएचसी प्रभारी डॉ जितेंद्र यादव और डॉक्टर मनोज जानू के द्वारा ऑपरेशन किया गया. अपेएडिक्स फट जाने के कारण महिला की जान को खतरा बन गया. आमतौर पर अपेएडिक्स का ऑपरेशन महज 10 से 20 मिनट का होता है, लेकिन इस महिला के ऑपरेशन में एक घंटे का समय लगा.

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सीएचसी प्रभारी ने बताया कि अपेएडिक्स फट जाने के कारण आंत में चिपक गया था. जिसकी वजह से ऑपरेशन काफी जटिल हो गया था. एक घंटे तक ऑपरेशन चलता रहा और सफल भी रहा. साथ ही मरीज की हालत खतरे से बाहर है और तीन दिन बाद महिला को छुटटी भी दे दी जाएगी.

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