झुंझुनू.भारतीय जनता पार्टी की झुंझुनू इकाई में हालात ठीक नहीं चल रहे हैं. करीब 10 माह पहले नियुक्त जिलाध्यक्ष को दो चुनाव में करारी हार के बाद जवाब देना भारी पड़ रहा है. उन पर पूर्व सांसद संतोष अहलावत के खुलकर हमले के बाद उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी का नेतृत्व सामूहिक होता है. जीतने पर सबकी जिम्मेदारी है, तो हार पर भी सबकी जिम्मेदारी है. हमारी पार्टी व्यक्तिगत नेतृत्व की बात ही नहीं करती है और निकाय चुनाव तो राज्य सरकार के षड्यंत्र पूर्वक वार्डों का सीमांकन करने से हुआ है.
यहां पर पवन मावण्डिया जनवरी के अंतिम सप्ताह में जिलाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे. उसके बाद पहले मंडावा विधानसभा के उपचुनाव में और बाद में हाल ही में निकाय चुनाव में पार्टी को मुंह की खानी पड़ी. मंडावा विधानसभा पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा था. लेकिन उपचुनाव में कांग्रेस ने 33000 से ज्यादा मतों से भाजपा को करारी शिकस्त देकर यह सीट छीन ली.